UP विधानसभा शुरू होते ही SP का वॉक आउट, अखिलेश ने विधायकों संग पार्टी कार्यालय तक किया पैदल मार्च
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में पैदल मार्च निकाला गया। विधानसभा की कार्यवाही से वाकआउट करने के बाद सपा विधायकों ने पैदल मार्च निकाला। सदन से लेकर सड़क तक सपा कार्यकर्ताओं का जोरदार प्रदर्शन हुआ। आजम खान के मुद्दे को सपा ने पहले राज्यपाल के समक्ष भी उठाया था।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पैदल मार्च निकाला। समाजवादी पार्टी विधायकों ने शुक्रवार को अचानक सदन की कार्यवाही का वॉकआउट कर दिया। सपा विधायक भी उनके पीछे चल दिए। इसके बाद सपा अध्यक्ष ने पैदल ही पार्टी कार्यालय तक जाने का निर्णय लिया। पुलिस की ओर से इस पैदल मार्च की जानकारी नहीं थी। अचानक बने इस कार्यक्रम की जानकारी पुलिस प्रशासन को जानकारी मिली तो आनन-फानन में मार्च को सुरक्षा दी गई। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार गूंगी- बहरी हो गई है। युवाओं के पास रोजगार के अवसर नहीं हैं। गरीब बच्चों को फीस का संकट है। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में छात्रों का प्रदर्शन चल रहा है। कोई सुनवाई नहीं हो रही है। महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले बढ़े हैं। एनसीआरबी के आंकड़े बढ़ गए हैं। आजम खान के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। इन सभी मामलों को लेकर उन्होंने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया।
अखिलेश ने उठाया कानून व्यवस्था का मसला
अखिलेश यादव ने पैदल मार्च के बाद प्रदेश में कानून व्यवस्था का मसला उठाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामले बढ़े हैं। राजनीतिक लोगों पर झूठे मुकदमे थोपे जा रहे हैं। विधानसभा से पैदल सपा कार्यालय पहुंचे अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर जोरदार निशाना साधा। अखिलेश ने कहा कि सदन में जो मुद्दे उठने चाहिए और उन पर सरकार का जो जवाब आना चाहिए, वह नहीं आ पा रहा है। महंगाई का मामला उठाते हुए अखिलेश ने कहा कि इस मुद्दे पर सरकार ने क्या ठोस कदम उठाया, यह नहीं बताया जा रहा है। रोजगार और नौकरी देने के लिए क्या ठोस कदम उठाए गए हैं? कानून व्यवस्था की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए क्या कदम उठाए गए? इन सवालों के जवाब सामने नहीं आए हैं।
आजम के खिलाफ कार्रवाई का उठाया मुद्दा
अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय पर पहुंच कर आजम खान के खिलाफ कार्रवाई का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। एनसआरबी के आंकड़े इसकी गवाही देते हैं। सरकार के तमाम दावे खोखले साबित हो रहे हैं। लोगों पर झूठे मुकदमे थोपे जा रहे हैं। आजम खान के खिलाफ लगातार इस प्रकार का आरोप लग रहा है। उन्होंने कहा कि हमने इस मामले में राज्यपाल से भी मुलाकात की है। विधानसभा में भी इस मामले को उठाया। लेकिन, सरकार जवाब देने को तैयार नहीं है। इसलिए, हमने विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया।
वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनोमी पर हमला
सपा अध्यक्ष ने योगी सरकार की आर्थिक नीतियों पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यूपी को वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी के सपने दिखाए गए। लेकिन, इस पर हुआ क्या, इसके बारे में सदन में सरकार कुछ नहीं बोल रही है। सदन की कार्यवाही को स्थगित किए जाने का मामला भी उन्होंने उठाया। अखिलेश ने कहा कि सदन को अधिक चलना चाहिए। लेकिन, इसे चार दिनों में क्यों स्थगित किया जा रहा है? हम हर विभाग के बजट के बारे में जानना चाहते हैं। उस विभाग ने काम क्या किया? यह जानना चाहते हैं। इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए। बजट के इतने माह बीतने के बाद भी जिलों में बजट नहीं पहुंचा है। फिर, सदन में इस पर गंभीरता से चर्चा क्यों नहीं हो रही है। इस प्रकार अखिलेश ने जतना से जुड़े मुद्दों से कनेक्ट करने की कोशिश करते दिखे।
राज्यपाल से आजम के खिलाफ कार्रवाई रोकने की मांग
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार की सुबह राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने रामपुर से विधायक आजम खान के खिलाफ लगातार हो रही कार्रवाई का मामला उठाया। सपा अध्यक्ष ने पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान के खिलाफ लग रहे मामलों को झूठा करार दिया। उन्होंने कहा कि आजम खान का हो रहा उत्पीड़न रोका जाए। दरअसल, पिछले दिनों रामपुर में एक बार फिर छापेमारी और आजम खान के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। इन मामलों को लेकर अखिलेश ने यह मांग उठाई है।