यूपी MLC चुनाव में सपा प्रत्याशी कीर्ति कोल का पर्चा खारिज, निर्विरोध जीत जाएंगे दोनों BJP उम्मीदवार
विधान परिषद सदस्य के निर्वाचन के लिए न्यूनतम 30 वर्ष की आयु होनी चाहिए लेकिन समाजवादी पार्टी की विधान परिषद उम्मीदवार कीर्ति कॉल ने नामांकन पत्र में अपनी उम्र 28 वर्ष दिखाई थी। इस वजह से रिटर्निंग अफसर की तरफ से नामांकन पत्र की जांच के दौरान आज नामांकन पत्र खारिज करने की कार्यवाही की गई है।
समाजवादी पार्टी से विधान परिषद उम्मीदवार कीर्ति कोल का पर्चा निरस्त हो गया है। कम उम्र के चलते कीर्ति का नामांकन पत्र खारिज किया गया। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी के दोनों उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो जाएंगे। विधान परिषद सदस्य के निर्वाचन के लिए न्यूनतम 30 वर्ष की आयु होनी चाहिए लेकिन समाजवादी पार्टी की विधान परिषद उम्मीदवार कीर्ति कॉल ने नामांकन पत्र में अपनी उम्र 28 वर्ष दिखाई थी। इस वजह से रिटर्निंग अफसर की तरफ से नामांकन पत्र की जांच के दौरान आज नामांकन पत्र खारिज करने की कार्यवाही की गई है।
विधान परिषद की दो खाली सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए सोमवार को तीन नामांकन पत्र दाखिल किए गए। सपा सरकार में पूर्व मंत्री अहमद हसन के निधन के बाद खाली हुई सीट पर भाजपा की ओर से धर्मेंद्र सिंह सैथवार और सपा प्रत्याशी के रूप में कीर्ति कोल ने पर्चा दाखिल किया। वहीं, जयवीर सिंह के इस्तीफे के बाद खाली हुई सीट के लिए भाजपा की ओर से निर्मला पासवान ने नामांकन किया। अब कीर्ति का पर्चा खारिज होने की स्थिति में बीजेपी दोनों सीटों पर जीतेगी।
विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष रहे अहमद हसन का 20 फरवरी को निधन हो गया था। उनका कार्यकाल 30 जनवरी 2027 तक था जबकि दूसरी सीट बरौली सीट से विधायक चुने गए जयवीर सिंह के 24 मार्च को विधान परिषद की सदस्यता इस्तीफा दिए जाने से रिक्त हुई थी। उनका कार्यकाल पांच मई 2024 तक था। इस तरह से अहमद हसन वाली सीट निर्वाचित प्रत्याशी का कार्यकाल करीब साढ़े चार साल का होगा। जबकि जयवीर सिंह वाली सीट पर निर्वाचित प्रत्याशी का कार्यकाल करीब पौने दो साल का होगा।