'ट्विटर फजीहत' के बाद सपा IT सेल की बदलेगी सूरत! मनीष अग्रवाल की रिहाई पर अखिलेश की चुप्पी से इशारा
मनीष जगन अग्रवाल की गिरफ्तारी के बाद सपा की मीडिया सेल में बदलाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी सोशल मीडिया पर अब सिर्फ मुद्दों पर फोकस रखना चाहती है।
समाजवादी मीडिया सेल और भाजपा नेताओं के बीच पिछले दिनों ट्विटर पर मचे घमासान से उठे विवाद के बाद सपा की सोशल मीडिया टीम में बदलाव की आहट सुनाई देने लगी है। पार्टी रणनीतिकारों से लेकर चेहरों में कुछ बदलाव कर सकती है। नेतृत्व ने भी सोशल मीडिया पर सक्रिय कार्यकर्ताओं को मुद्दों पर आक्रामक ढंग से बात रखने के निर्देश दिए हैं। सपा मीडिया सेल और भाजपा के कुछ चेहरों के बीच ट्विटर पर घमासान राजनीतिक मर्यादाओं को धता बताते हुए व्यक्तिगत व अभद्र टिप्पणियों तक पहुंच गया था।
इस मामले में भाजयुमो की सोशल मीडिया प्रभारी रिचा राजपूत की ओर से सपा के सोशल मीडिया हेड मनीष जगन अग्रवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया था। वहीं, सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने रिचा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। हालांकि, बुधवार को कन्नौज में अखिलेश यादव ने भाजपा को भाषा सुधारने की नसीहत देते हुए कहा कि वह किसी महिला की गिरफ्तारी के पक्षधर नहीं है। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी को भाषा के स्तर पर ज्यादा लोकतांत्रिक होने की जरूरत है।
इसलिए बदलाव की चर्चा तेज
रविवार को मनीष जगन अग्रवाल की गिरफ्तारी पर सपा मुखिया पुलिस हेडक्वॉर्टर से लेकर जेल तक पहुंच गए थे, लेकिन सोमवार को जगन के छूटने के बाद पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से लेकर दूसरे चेहरों की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। माना जा रहा है कि अब पार्टी इस विवाद को और तूल देने के मूड में नहीं है। इसलिए, सोशल मीडिया टीम के कुछ चेहरों को बदला जा सकता है। लोकसभा चुनाव को देखते हुए सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत लड़ाइयों की जगह जनता के मुद्दों व सरकार की असफलताओं पर अब पार्टी का फोकस बढ़ेगा। इसके लिए टीम मजबूत की जाएगी।