ग्वालियर: मासूम बच्चियों ने कहा- 'दारू पीकर पढ़ाते हैं मास्टरजी,' अभी भी बैग में रखी है बोतल; VIDEO
ग्वालियर की भितरवार विधानसभा में स्कूल टीचर शराब पीकर बच्चों को पढ़ा रहा था. प्रशासन ने उसके साथ-साथ एक और शराबी टीचर को सस्पेंड कर दिया. यह चौंकाने वाला खुलासा अधिकारियों की विकास यात्रा के दौरान हुआ. अधिकारियों ने मूसाहरी गांव के प्राइमरी स्कूल का निरीक्षण किया. उन्होंने जब बच्चों से व्यवस्था के बारे में पूछा तो बच्चियों ने तपाक से बोल दिया कि मास्टरजी शराब पीकर आते हैं.
मध्य प्रदेश में सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का क्या आलम है, इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि प्राइमरी स्कूल की टीचर शराब पीकर बच्चों को पढ़ाते हैं. चौंकाने वाला यह खुलासा उस वक्त हुआ जब ग्वालियर जिले में अधिकारियों ने विकास यात्रा निकाली. अधिकारी जब विकास यात्रा लेकर भितरवार विधानसभा पहुंचे तो उनके होश उड़ गए. एसडीएम और तहसीलदार जब मूसाहरी गांव के प्राइमरी स्कूल गए तो बच्चियों ने बताया कि यहां मास्टरजी दारू पीकर पढ़ाते हैं. उनके बैग में भी दारू की बोतल रहती है. छात्राओं की बात सुनकर एसडीएम ने स्कूल के 2 शिक्षकों को तुरंत हटा दिया.
जानकारी के मुताबिक, भितरवार बी. प्रसाद और तहसीलदार शिवानी पांडे की अगुवाई में विकास यात्रा गांव-गांव घूम रही है. 10 फरवरी को यह यात्रा मूसाहरि गांव पहुंची. इस दौरान दोनों अधिकारियों ने प्राइमरी स्कूल का अचानक निरीक्षण किया. तहसीलदार पांडे ने स्कूल में मौजूद छात्राओं से पढ़ाई और व्यवस्था के बारे में पूछा. इस दौरान बच्चियों ने तपाक से बोल दिया, हमारे मास्टरजी दारू पीकर आते हैं और इनके बैग में भी बोतल रखी रहती है. ये सुनकर पांडे ने कहा कि उनका चेहरा ही बता रहा है कि शराब पिए हुए हैं. यह सुनकर टीचर हाथ जोड़कर खड़ा हो गया.
शराबी टीचर की वजह से 64 में से सिर्फ 14 बच्चे रहते मौजूद
शिक्षक की शराब पीने की लत के चलते छात्र-छात्राओं में डर रहता है. मूसाहरी गांव के इस प्राइमरी स्कूल में पहली से पांचवीं तक की क्लास में 64 बच्चों के नाम दर्ज हैं. यहां पढ़ाने वाले मास्टरों की संख्या 4 है. लेकिन, शराबी शिक्षक और खराब व्यवहार के चलते यहां 64 में से सिर्फ 14 बच्चे ही मौजूद थे.