उछलते बुजुर्ग, नाचती महिलाएं, रोते लोग.... कौन है वो पुलिस अफसर जिसकी विदाई में सड़क पर उतरा शहर
पृथ्वीपुर एसडीओपी संतोष पटेल का वहां से ग्वालियर तबादला हो गया है। गुरुवार को बैलगाड़ी पर राई नृत्य के साथ शहर के लोगों ने उन्हें विदाई दी है। उन्हें विदा करने के लिए पूरा शहर सड़क पर उतर आया था।
आमलोगों के बीच पुलिस की अलग छवि है। पुलिस के सामने जाने से भी लोग कतराते हैं। निवाड़ी जिले की पृथ्वीपुर तहसील के एसडीओपी संतोष पटेल ने एक अलग छवि गढ़ी थी। पृथ्वीपुर से जब उनका तबादला हुआ तो शहर के लोग विदाई देने उमड़ पड़े। लोगों ने उन्हें बुंदेली अंदाज में विदाई दी है। एसडीओपी संतोप पटेल का तबादला का ग्वालियर हो गया है। अब ग्वालियर में अपनी सेवाएं देंगे। एसडीओपी को जाता देख लोगों की आंखें भर आई। वहीं, एसडीओपी ने भी सभी से जल्द मिलने का वादा किया और विदा हो गए। संतोष पटेल अपने क्षेत्र में हर लोगों के दिल पर राज करते थे।
विदाई समारोह में नाच रही थीं महिलाएं
पृथ्वीपुर एसडीओपी संतोष पटेल ने जब पृथ्वीपुर का चार्ज लिया था, उस वक्त भी उनका जोरदार स्वागत किया था। अब जब वह जा रहे है, तब भी उन्हें धूमधाम से विदा किया गया। एसडीओपी को पारंपरिक बुंदेली गीत गाकर विदाई दी गई। हाथ में तिरंगा लिए जब वे बैलगाड़ी पर चढ़कर विदा हुए तो कई लोगों की आंखें भर आई। साथी पुलिसकर्मियों के साथ-साथ सैकड़ों लोग फूल मालाएं लेकर उनका स्वागत सत्कार करने पहुंचे।
गले लगकर रोए
उनकी विदाई पर कई लोग उनके गले लग-लग कर रोए। उन्होंने सभी को ढांढस बंधाया और जल्द मिलने का आश्वासन दिया। विदाई समारोह में बीजेपी महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष हेमा बुखारिया भी पहुंची। इस अवसर पर उन्होंने एसडीओपी संतोष पटेल को बधाई देते हुए कहा कि आप जहां भी जाएं और ऊंचे पद पर जाएं। आपने जैसा काम यहां किया, वैसा ही काम आप सभी स्थानों पर करें।
जल्दी एसपी बनकर आओ
उन्होंने कहा कि आप यहीं पर जल्द एसपी बनकर आओ तो आपका पुनः ऐसा ही स्वागत करेंगे। विदाई समारोह के आयोजन में आगे डीजे चल रहा था। एसडीओपी संतोष पटेल सभी का अभिवादन करते हुए चल रहे थे। विदाई समारोह में आए लोगों ने कहा कि हम एसडीओपी साब को विदा करने आए है। उन्होंने कहा कि उनके रहते हुए पृथ्वीपुर में कानून व्यवस्था अच्छी रही और आगे भी अच्छी रहेगी।
अच्छी रही कानून-व्यवस्था की स्थिति
लोगों का कहना है कि उन्होंने कानून के दायरे में रहकर ही सभी काम किए। एसडीओपी संतोष पटेल से पृथ्वीपुर के लोगों का मन और भावनाएं जुड़ी हुई हैं। उसके पीछे अपराध को खत्म करने की उनकी बेहतर कार्यशैली रही हैं। पुलिस अधिकारी होने के बाद भी उन्होंने अपराधियों को प्यार से समझाया और अपराध के नुकसानों और उसके दुष्परिणामों के बारे में बताया।
कई अपराधियों को रास्ते पर लाए
पृथ्वीपुर के लोगों ने बताया कि समय-समय पर वह सख्त भी रहे। अपराधियों को प्यार से समझाकर, उन्हें सही रास्ते पर भी ले आए। पृथ्वीपुर एसडीओपी संतोष पटेल की नशा मुक्ति अभियान के तहत की गई कार्रवाईयों के अच्छे परिणाम मिले। साथ कई अवैध भट्टियों को तोड़कर जिले में शराब माफियाओं की कमर तोड़ दी थी। उनके क्षेत्र में कही भी कोई सड़क हादसा होता था, तब वह सबसे पहले पहुंचते थे।
बुजुर्गों का भी किया सम्मान
इसके साथ ही उन्होंने अपने क्षेत्र में अपराध पर भी नकेल लगाया है। अपराधियों के मनोबल को एसडीओपी ने तोड़ दिया था। यही वजह रही कि उनकी विदाई में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे। महिलाएं पारंपरिक बुंदेली गीत पर झूमते नाचते उन्हें विदाई दी। उनकी बेहतर कार्यशैली और आकर्षक व्यक्तित्व ने उन्हें इस काबिल बनाया कि उनकी विदाई पर महिला पुरूष और सैकड़ों बच्चे पहुंचे। साथ ही बड़े बुजुर्गों को खूब प्यार भी दे थे।