बहन की जलती चिता में कूद गया भाई, मौत के बाद वहीं हुआ उसका भी अंतिम संस्कार
एमपी के सागर जिले में एक भाई अपनी बहन की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाया। वह बहन की जलती चिता में कूद गया है। इस दौरान उसका पूरा शरीर जल गया। अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई।
एमपी के सागर जिले के बहेरिया थाना क्षेत्र से एक हृदय विदारक घटना सामने आई है। घटना सागर के मंझगुवां गांव की है, जहां बहन की मौत के बाद चचेरे भाई की मौत से हर कोई सन्न है। दरअसल, बीते दिन गुरुवार शाम मृतक युवती ज्योति उर्फ प्रीति दांगी लापता हो गई थी। शुक्रवार की सुबह कुएं में डेड बॉडी मिली थी। पंचनामा कार्रवाई और पोस्टमार्टम हो जाने के बाद शाम छह बजे प्रीति का अंतिम संस्कार किया गया था। यहां तक पुलिस मामले की तप्तीश कर रही थी।
अगले दिन चिता की आग ठंड़ी होने से पहले ही शनिवार को ज्योतिर के बड़े पिता उदय सिंह का बेटा करण धार जिले से मझगवां गांव में बाइक से पहुंचा। वह बाइक को रोड पर खड़ी कर श्मशान घाट गया। बहन की धधकती चिता को उसने प्रणाम किया और उसी पर लेट गया। गांव वालों ने देखा तो परिजनों को सूचना दी। परिजन जब तक श्मशान घाट पहुंचे तब तक 21 वर्षीय करण का शरीर पूरी तरह जल चुका था। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।
अगले दिन रविवार की सुबह करण दांगी का भी अंतिम संस्कार ज्योति की चिता के पास ही किया गया है। भाई-बहन की ऐसी मौत देखकर गांव में मातम पसरा हुआ है। इसी बीच घटना के विषय में जानकारी देते हुए मझगवां गांव के सरपंच भरत सिंह घोसी ने बताया कि बहन की चिता पर लेटने से भाई झुलस गया था। अस्पताल पहुंचने से पहले रास्ते में उसने अंतिम सांस ली, असमयिक एक घटना से दोनों की मृत्यु हो गई है ।
बहरिया थाना प्रभारी दिव्य प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि ज्योति कि शव का पंचनामा कार्यवाही करने के बाद कफन दफन के लिए उनका शव सुपुर्द किया था। अंतिम संस्कार गांव में ही किया गया था, दूसरे दिन उसका भाई पहुंचा और चिता में लेट गया था। दोनों ही मामलों में मर्ग कायम कर जांच में लिया गया है। पुलिस की जांच के बाद ही पूरे मामले की स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।