नवरात्र में मीट बैन पर टीएमसी सांसद की दलील: महुआ मोइत्रा बोली - जब चाहे मिट खाने का अधिकार सविधान डेता है
नवरात्री में मीट बैन को लेकर तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने बुधवार को अपनी दलील पेश की।
तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने बुधवार को नवरात्री में मीट बैन को लेकर अपनी दलील पेश की। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान उन्हें ये अधिकार देता है कि वे जब चाहे मीट खा सकती हैं। इस मसले पर उन्होंने ट्वीट भी कर के बोलीं।
'मैं दक्षिण दिल्ली में रहती हूं। संविधान मुझे मीट खाने की इजाजत देता है। साथ ही मीट शॉप को खोलने की आजादी भी देता है। उनका यह बयान दक्षिण दिल्ली नगर निगम के मेयर मुकेश सूर्यन के उस पत्र के बाद आया है, जिसमें उन्होंने नवरात्रि के दौरान नगर निगम क्षेत्र में मीट की दुकानों को बंद करने की मांग की थी।
दक्षिण दिल्ली के मेयर ने नवरात्री में मीट बैन करने की मांग थी
दक्षिण दिल्ली के मेयर मुकेश सूर्यन ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक पत्र लिखा है कि वे नवरात्रि के दौरान शराब पर छूट को वापस लें और हो सके तो नौ दिनों के लिए शराब की बिक्री भी बंद कर दें। इस बीच, दक्षिण दिल्ली नगर निगम ने भी संबंधित अधिकारियों को 2 अप्रैल से 11 अप्रैल तक मनाए जा रहे नवरात्र त्योहार के दौरान मीट की दुकानों को बंद करने का आदेश दिया।
दिल्ली के मेयर मुकेश सूर्यन ने कहा, 'हम सभी मीट की दुकानों को सख्ती से बंद कर देंगे। न मीट बेचा जाएगा, न लोग इसे खा पाएंगे।'
नगर निगम ने भी मीट की दुकानों को बंद करने की घोषणा की
पूर्वी दिल्ली नगर निगम (EDMC) ने भी नवरात्रि के आखिरी तीन दिनों यानी सप्तमी (सातवें दिन), अष्टमी (आठवें दिन) और नवमी (नौवें दिन) को मीट की दुकानें बंद रखने की घोषणा की। विशेष रूप से, नौ दिवसीय नवरात्र 2 अप्रैल से 11 अप्रैल तक मनाया जा रहा है, जिसमें सप्तमी, अष्टमी और नवमी क्रमशः 9, 10 और 11 अप्रैल को पड़ रही है।