'मन की बात' में PM मोदी का संदेश, त्योहारों पर स्वदेशी सामानों पर जोर दें , किसी गरीब के घर में रोशनी आएगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए लोगों को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने 100 करोड़ वैक्सीन डोज, इसमें हेल्थ वर्कर्स के योगदान , ड्रोन टेक्नोलॉजी, स्वच्छता, त्योहारों पर वोकल फॉर लोकल जैसे मुद्दों पर चर्चा की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिए देश को संबोधित किया। PM मोदी ने कहा कि आप सभी को नमस्कार। कोटि-कोटि नमस्कार। मैं आप सभी को कोटि-कोटि नमस्कार इसलिए भी कह रहा हूं कि 100 करोड़ वैक्सीन डोज के बाद आज देश नए उत्साह, नई ऊर्जा से आगे बढ़ रहा है। हमारे वैक्सीन कार्यक्रम की सफलता, भारत के सामर्थ्य को दिखाती है।
पीएम ने हैल्थवर्कर्स का जताया आभार
पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में उन हेल्थवर्कर्स का आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने वैक्सीनेशन के अभियान को ऊंचाई दी है। उन्होंने कहा कि आज देश में टीकाकरण 1 अरब के पार पहुंच गया है। इस लक्ष्य को हासिल करने में देश के हेल्थवर्कर्स ने बड़ा योगदान दिया है और इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है।
मोदी बोले- मैं लौहपुरुष को नमन करता हूं
प्रधानमंत्री ने कहा, "मेरे प्यारे देशवासियों आप जानते हैं कि अगले रविवार 31 अक्टूबर को सरदार पटेल जी की जयंती है। मैं लौहपुरुष को नमन करता हूं। 31 अक्टूबर को हम राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाते हैं। हम एकता का संदेश देने वाली किसी न किसी एक्टिविटी से जरूर जुड़ें। जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान भी उरी से लेकर पठानकोट तक बाइक रैली निकालकर एकता का संदेश दे रहे हैं।"
आजादी के आंदोलन से जुड़ी रंगोली बनाने की अपील
मोदी ने कहा, "सरदार साहब कहते थे कि हम अपने एकजुट उद्यम से ही देश को नई महान ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं। अगर हममें एकता नहीं हुई तो हम खुद को नई-नई विपदाओं में फंसा देंगे। यानी राष्ट्रीय एकता है तो ऊंचाई है, विकास है। हमारी आजादी का आंदोलन तो इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। आप कल्पना करिए, जब आजादी के आंदोलन से जुड़ी रंगोली बनेगी, लोग अपने द्वार पर, दीवार पर, किसी आजादी के मतवाले का चित्र बनाएंगे, आजादी की किसी घटना को रंगों से दिखाएंगे, तो अमृत महोत्सव का भी रंग और बढ़ जाएगा।"
PM बोले- बिरसा मुंडा जी ने संस्कृति-जड़ों की प्रति गर्व करना सिखाया
नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगले महीने, 15 नवंबर को हमारे देश के महापुरुष, वीर योद्धा, भगवान बिरसा मुंडा जी की जन्म-जयंती आने वाली है। भगवान बिरसा मुंडा ने अपनी संस्कृति, अपने जंगल, अपनी जमीन की रक्षा के लिए संघर्ष किया। उन्होंने हमें अपनी संस्कृति और जड़ों की प्रति गर्व करना सिखाया।
उन्होंने कहा कि 1947-48 में जब संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार का सार्वभौमिक घोषणापत्र तैयार हो रहा था तो इस घोषणा में लिखा जा रहा था कि सभी पुरुषों को समान बनाया गया है। लेकिन भारत के एक प्रतिनिधि ने इस पर आपत्ति जताई और फिर वैश्विक घोषणापत्र लिखा- सभी इंसानों को समान बनाया गया है।
मोदी बोले- तकनीक को अवसर के तौर देखें
मोदी ने कहा कि पहले ड्रोन के सेक्टर में इतने नियम और प्रतिबंध लगाकर रखे गए थे कि इसकी असली क्षमता का इस्तेमाल भी संभव नहीं था। जिस तकनीक को अवसर के तौर देखा जाना चाहिए था, उसे संकट के तौर पर देखा गया। उन्होंने कहा कि अगर आपको किसी भी काम के लिए ड्रोन उड़ाना है तो लाइसेंस और परमिशन का इतना झंझट होता था कि लोग ड्रोन के नाम से ही तौबा कर लेते थे। हमने तय किया कि इस माइंडसेट को बदला जाए और नए ट्रेंड को अपनाया जाए। इसलिए इस साल 25 अगस्त को देश नई ड्रोन नीति लेकर आया।
PM ने कहा कि पहले ये धारणा बन गई थी कि सेना और पुलिस जैसी सेवा केवल पुरुषों के लिए ही होती है, लेकिन आज ऐसा नहीं है। पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि पिछले कुछ वर्षों में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या दोगुनी हो गई है।
मोदी ने वोकल फॉर लोकल पर भी जोर दिया
त्योहारी सीजन का जिक्र करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम त्योहारों पर खरीददारी करने जा रहे हैं। इस दौरान हमें वोकल फॉर लोकल का ख्याल रखना है। उन्होंने कहा कि हमें त्याहारों पर यह ध्यान रखना है कि भारत में बने सामान की ही खरीदें। उन्होंने कहा कि यदि हम किसी गरीब से कुछ अच्छा सामान खरीदते हैं तो उसे सोशल मीडिया पर भी शेयर करें। इससे लोगों को स्वदेशी चीजों को खरीदने की प्रेरणा मिलेगी।