बलरामपुर: जमीनी विवाद के चलते युवक ने फेसबुक पर लाइव आकर किया आत्महत्या का प्रयास
देवरिया कानपुर देहात कानपुर नगर और वाराणसी में जमीनी विवाद में एक के बाद एक हत्याओं के बाद अब बलरामपुर में एक युवक फेसबुक पर लाइव आकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। घटना के बाद से पुलिस और राजस्व अधिकारियों में खलबली मच गई है। उच्चाधिकारियों ने घटना स्थल पर निरीक्षण किया।
जमीन के विवाद का निस्तारण न होने से आहत युवक ने पहले फेसबुक पर लाइव होकर अपनी पीड़ा बताई और फिर निर्माणाधीन गैंड़ास बुजुर्ग थाने के सामने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। झुलसे युवक को जिला अस्पताल से लखनऊ रेफर किया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। घटना के बाद से पुलिस और राजस्व अधिकारियों में खलबली मच गई है।
उच्चाधिकारियों ने घटना स्थल पर निरीक्षण किया। युवक ने विवाद को सुलझाने में शासन व प्रशासन से सहयोग न मिलने का आरोप लगाया है। ग्राम प्रधान के परिवार व लेखपाल का भी नाम लिया है। पुलिस व राजस्व विभाग की संयुक्त टीम पूरे मामले की गहनता से जांच करेगी।35 वर्षीय राम बुझारत ने विवादित जमीन पर गैंडास बुजुर्ग थाना की बाउंड्रीवाल के लिए पिलर निर्माण होने से आहत होकर आत्मदाह का प्रयास किया।
घटना के पूर्व उसने फेसबुक पर लाइव होकर आरोप लगाया कि लंबे समय से उसका जमीन विवाद चल रहा है, जिसे लेकर वह कई बार राजस्व व पुलिस के अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दे चुका है। उसने शासन में भी इसकी शिकायत दर्ज कराई थी। बावजूद इसके कोई हल नहीं निकला। गैंड़ास बुजुर्ग के निर्माणाधीन थाने के बगल उसकी जमीन है, जिसको लेकर विवाद है।
आरोप है कि सोमवार को उसी जमीन पर थाना परिसर की बाउंड्रीवाल के पिलर का निर्माण शुरू कर दिया गया। इस पर वह आपत्ति दर्ज कराने थाने पहुंचा, लेकिन वहां उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। उसने कहा कि इसलिए वह आत्मदाह कर रहा है। आसपास के लोगों ने उसे आनन-फानन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उतरौला पहुंचाया, जहां से जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया। वहां चिकित्सक ने युवक की हालत गंभीर बताते हुए सिविल अस्पताल लखनऊ के लिए रेफर कर दिया। युवक की हालत गंभीर बनी हुई है।
पुलिस अधीक्षक केशव कुमार ने बताया कि राम बुझारत ने सोमवार को प्रार्थना पत्र दिया था। उसके बाद पिलर का निर्माण रोकवा दिया गया था। जिस जमीन को वह विवादित बता रहा है। उसके उसके पिता ने वर्ष 2011 में चार लाख रुपये में काबिज लोगों को बैनामा कर दिया था। उन लोगों के दुकान व मकान पहले से बने हैं। थाना भवन सरकारी जमीन पर बन रहा है। इसके बाद भी अपर जिला अधिकारी व अपर पुलिस अधीक्षक की संयुक्त टीम मामले की जांच करेगी।