मीराबाई ने रचा इतिहास : भारोत्तोलन में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय ओलंपियन
टोक्यो ओलंपिक से भारत के लिए कई अच्छी खबर आ रही है। 49 किलोग्राम कैटेगिरी की वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता में मीराबाई चानू ने सिल्वर मेडल जीत लिया है।
टोक्यो ओलंपिक से भारत के लिए कई अच्छी खबर आ रही है। 49 किलोग्राम कैटेगिरी की वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता में मीराबाई चानू ने सिल्वर मेडल जीत लिया है। वह भारत की तरफ से टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने वाली भारत की पहली खिलाड़ी बन गई हैं।
ओलंपिक में पदक जीतने पर उनकी इस उपलब्धि पर देश में जश्न का माहौल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मीराबाई चानू को ओलंपिक में रजत पदक जीतने पर बधाई दी। अपने बधाई संदेश में पीएम मोदी ने कहा, इससे अच्छी शुरूआत नहीं हो सकती, भारत उनके शानदार प्रदर्शन से उत्साहित है, उनकी सफलता हर भारतीय को प्रेरित करती है।
चानू से इस स्पर्धा में मेडल की उम्मीद थी जिस पर वह खरी उतरीं। उन्होंने 49 किग्रा कैटेगरी में 87 किलो, जबकि क्लीन एंड जर्क में 115 किलोग्राम भार उठाया। इस तरह उन्होंने कुल मिलाकर 202 किलोग्राम भार उठाया।
भारोत्तोलन में भारत की तरफ से यह अब तक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले साल 2000 में सिडनी ओलंपिक में कर्णम मल्लेश्वरी ने वेटलिफ्टिंग में देश को कांस्य पदक दिलाया था। उस समय कर्णम ने कुल मिलाकर 240 किलोग्राम भार उठाया था। तब उन्होंने स्नैच में 110 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 130 किलोग्राम भार उठाकर ओलंपिक में भारत की तरफ से कांस्य पदक जीतने वाली पहली महिला बनी थीं।