मुरादाबाद: छेड़छाड़ के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग लेकर तीन दिन से धरने पर बैठी छात्रा, जबरन भेजा चाल्डलाइन
थाने के सामने छात्रा पीड़िता छेड़छाड़ के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर तीन दिनों से धरने पर बैठी है। इस मामले ने सोमवार को नया मोड़ लिया जब बाल कल्याण समिति के आदेश पर पुलिस ने छात्रा को चाइल्ड लाइन भेज दिया।
आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर छजलैट थाने के सामने तीन दिन से धरने पर बैठी छेड़छाड़ पीड़िता के मामले ने सोमवार को नया मोड़ ले लिया है। बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के आदेश पर पुलिस ने उसे धरना स्थल से उठा लिया और चाइल्ड लाइन भेज दिया।
थाने में धरने पर बैठीं मां-बेटी
आक्रोशित नाबालिग छात्रा (पीड़िता) की मां एसएसपी से मिलने के लिए मुरादाबाद गई थी। हालांकि पुलिस आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकी है। छजलैट क्षेत्र के गांव की किशोरी छेड़छाड़ के आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर थाने के सामने शनिवार को धरने पर बैठ गई। सर्द रातों में भी वह धरने पर ही बैठी रही। सोमवार को उसकी मां ने भी वहीं धरना देना शुरू कर दिया। तीन दिन तक पुलिस अधिकारियों व बाल कल्याण समिति के पदाधिकारियों ने छात्रा को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन किशोरी आरोपियों की गिरफ्तारी पर ही अड़ी रही।
समिति के आदेश पर किशोरी को चाइल्ड लाइन भेजा
सोमवार को समिति की ओर से पुलिस को निर्देश दिया गया कि किशोरी को उसके समक्ष पेश किया जाए। छजलैट पुलिस उसे लेकर समिति के पास पहुंची। सुनवाई के बाद समिति ने उसे चाइल्ड लाइन को सौंपने को कहा। पुलिस उसे लेकर चाइल्ड लाइन पहुंची तो छात्रा ने वहां आक्रोश जताकर कुर्सी व अन्य फर्नीचर तोड़ दिया। बताया जाता है कि छात्रा की मां भी किशोरी को चाइल्ड लाइन भेजने के विरोध में मुरादाबाद एसएसपी से मिलने गई है। हालांकि मुरादाबाद में इसकी पुष्टि नहीं हो रही है।
घटना को लेकर सवाल यह उठता है कि पुलिस घटना को गलत तो बता रही है, लेकिन अभी तक फाइनल रिपोर्ट भी नहीं लगाई है। छात्रा व मां पुलिस व प्रशासनिक अफसरों को भी लगातार प्रार्थना पत्र देते आ रहे हैं, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे पुलिस की भूमिका संदेह के दायरे में है।
खदाना गांव के शख्स पर लगाया है छेड़छाड़ का आरोप
छात्रा का आरोप है कि बिजनौर के थाना धामपुर क्षेत्र के ग्राम खदाना गांव निवासी शुभम चौधरी ने उसके साथ छेड़छाड़ की थी। इस मामले में 18 अप्रैल, 2022 को प्राथमिकी दर्ज करायी गई थी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। आरोप है कि आरोपित शुभम और उसके भाई सचिन कुमार ने 24 अगस्त को आपत्तिजनक फोटो वायरल किया था। इस मामले में भी पुलिस ने शिकायत की।
आरोपियों ने शिकायत वापसी लेने का बनाया दबाव
इस मामले की जांच कांठ थाने के अपराध निरीक्षक कर रहे हैं। इसके बाद बीते छह नवंबर की रात को आरोपी अचानक किशोरी के घर पर आ गए। दरवाजा खोलते ही मुकेश कुमार निवासी जमालपुर कीरत थाना नूरपुर (बिजनौर) ने उसका मुंह दबा दिया और सभी उसे कार में ले गए। शुभम चौधरी और उसके बहनोई गौरव कुमार के साथ ही दो अज्ञात ने उस पर पहले दर्ज की गई प्राथमिकी पर समझौता करने का दबाव बनाया। इस मामले में पुलिस ने तहरीर के आधार पर 22 नवंबर को सात आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। किसी भी मामले में गिरफ्तारी नहीं हुई। परेशान होकर छात्रा शनिवार को छजलैट थाने के बाहर धरने पर बैठ गई।
चाइल्डलाइन की संचालिका श्रद्धा शर्मा बाल कल्याण समिति के आदेश पर पुलिस किशोरी को चाइल्ड लाइन के आश्रय केंद्र लायी है। किशोरी बेहद गुस्से में हैं। इसलिए ठीक से बात भी नहीं कर रही है। वह माता के पास जाने की जिद पर अड़ी हुई है। - चाइल्डलाइन, संचालिका, श्रद्धा शर्मा
किशोरी के स्वजन ने अपहरण के प्रयास के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कराई है। जेजे एक्ट के मुताबिक पुलिस को 24 घंटे के अंदर उसे बाल कल्याण समिति के सामने लाना चाहिए था। मंगलवार को उसे बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया जाएगा। इसके बाद आगे निर्णय होगा। किशोरी की काउंसिलिंग भी कराई जाएगी। - बाल कल्याण समिति, अध्यक्ष, अमित कौशल