महाराष्ट्र से लेकर राष्ट्रीय राजनीति तक सुप्रिया सुले की धाक, शरद पवार की उत्तराधिकारी बनने का कर चुकी हैं दावा
सुप्रिया सुले ने साल 2006 में राज्यसभा सांसद के रूप में सक्रिय राजनीति में कदम रखी थीं। NCP सुप्रीमों शरद पवार की इकलौती बेटी सुप्रिया सदानंद सुले ने लोकसभा चुनाव में जीत की हैट्रिक लगा चुकी हैं।
महाराष्ट्र की राजनीति में 2 मई 2023 का दिन बेहद दिलचस्प रहा। इस दिन नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया था।
इसी बीच शनिवार (10-06-23) को शरद पवार ने प्रफुल्ल पटेल और सुप्रिया सुले को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष घोषित कर दिया है। इस घोषणा के बाद एनसीपी पार्टी के अंदर एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया कि आखिर शरद पवार का अगला उत्तराधिकारी कौन होगा? राजनीति पंडितों का मानना है कि शरद पवार की जगह उनकी बेटी सुप्रिया सुले ले सकती हैं।
महाराष्ट्र की राजनीति के साथ राष्ट्रीय राजनीति के मुद्दों पर मुखर होकर अपनी प्रतिक्रिया देने वाली सुप्रिया सुले की जिंदगी से जुड़ी कुछ अहम बातें-
लोकसभा चुनाव में लगा चुकीं जीत की हैट्रिक
सुप्रिया की राजनीतिक करियर की बात करें तो उन्होंने साल 2006 में राज्यसभा सांसद के रूप में सक्रिय राजनीति में कदम रखी थीं। एनसीपी सुप्रीमों शरद पवार की इकलौती बेटी सुप्रिया सदानंद सुले ने साल 2009 में बारामती लोकसभा क्षेत्र से चुनाव में बाजी मारी। इसके बाद साल 2014 और साल 2019 में भी उन्होंने इसी सीट से लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की। इस समय उन्होंने स्वतंत्र राजनीतिक छवि को विकसित करते हुए महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है।
कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ उठाई आवाज
इसके अलावा साल 2014 में विदेश मंत्रालय, वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय, परामर्शदात्री समिति और भारतीय संसदीय समूह की कार्यकारी समिति की स्थायी समिति की सदस्य बनाईं गई थीं। साल 2011 में कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ एक राज्यव्यापी अभियान शुरू किया और पदयात्रा की थी जिसको लेकर सुप्रिया ने खूब सुर्खियां बटोरी थी।