अगले CJI के लिए जस्टिस यू यू ललित का नाम आया सामने, चीफ जस्टिस रमना ने की सिफारिश
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठतम जस्टिस यू यू ललित का नाम देश के अगले चीफ जस्टिस बनने की लिस्ट में शामिल है। उन्होंने कई अहम फैसले लिए हैं जिसमें तीन तलाक पर लिया गया फैसला भी शामिल है।
चीफ जस्टिस एनवी रमना ने गुरुवार को अपने उत्तराधिकारी के तौर पर जस्टिस यूयू ललित के नाम की संस्तुति कानून मंत्री को भेजी है। जस्टिस रमना ने कानून मंत्री को भेजे गए संस्तुति पत्र की एक कापी स्वयं जाकर जस्टिस ललित को दी। यह परंपरा रही है कि रिटायरमेंट से पहले CJI अपने उत्तराधिकारी का नाम भेजते हैं। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरण रिजिजू ने चीफ जस्टिस रमना को पत्र लिखकर उत्तराधिकारी का नाम बताने का अनुरोध किया था।
इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठतम जस्टिस यू यू ललित का नाम देश के अगले चीफ जस्टिस बनने की लिस्ट में शामिल हो गया है। बता दें कि उन्होंने कई अहम फैसले लिए हैं जिसमें तीन तलाक पर लिया गया फैसला भी शामिल है। उन्होंने अपने फैसले में मुस्लिम समाज में तीन तलाक के जरिए निकाह तोड़ने के रिवाज को अवैध व असंवैधानिक करार दिया था।
8 नवंबर 2022 को होंगे रिटायर
भारत के 49वें चीफ जस्टिस के तौर पर करीब तीन महीने का कार्यकाल होगा क्योंकि वे 8 नवंबर, 2022 को सेवानिवृत्त होंगे। अगस्त में सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस के रूप में उनकी पदोन्नति से पहले 13 जनवरी 2014 को जस्टिस ललित सुप्रीम कोर्ट में सीनियर एडवोकेट थे।
CJI एनवी रमणा ने अपने उत्तराधिकारी के तौर पर जस्टिस यूयू ललित के नाम की संस्तुति कानून मंत्री को भेजी है।जस्टिस रमणा ने कानून मंत्री को भेजे गए संस्तुति पत्र की एक प्रति स्वयं जाकर जस्टिस ललित को दी।परंपरा है कि सेवानिवृत्त से पहले CJI उत्तराधिकारी का नाम भेजते हैं।
49वां CJI बनने की कतार में जस्टिस यू यू ललित
यदि जस्टिस ललित को चीफ जस्टिस बनाया जाता है तो वे दूसरे CJI होंगे जो सीधे ही बार से सुप्रीम कोर्ट बेंच तक पहुंचेंगे। जस्टिस एसएम सिकरी को साल 1971 के जनवरी में 13वां CJI नियुक्त किया गया था। सिकरी पहले वकील थे जिन्हें सीधे ही पदोन्नति दी गई थी और चीफ जस्टिस का पद सौंपा गया था। चीफ जस्टिस एनवी रमना का कार्यकाल 26 अगस्त को समाप्त होने के बाद 27 अगस्त को 49वां CJI बनने की पंक्ति में जस्टिस यू यू ललित का नाम है।
महाराष्ट्र के रहने वाले जस्टिस ललित के पिता जस्टिस यूआर ललित सीनियर एडवोकेट और दिल्ली हाईकोर्ट के जज थे। 2019 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के संबंध में अवमानना मामले में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के लिए अपनी उपस्थिति का हवाला देते हुए जस्टिस ललित ने अयोध्या मामले से खुद को अलग कर लिया था।