नाक से दी जाने वाली कोरोना की नेजल वैक्सीन की कीमत तय, चुकाने होंगे 800 रुपये
नाक से दी जाने वाली कोरोना वैक्सीन iNCOVACC की कीमत तय कर दी गई है। भारत बायोटेक की इस नेजल वैक्सीन को बीते हफ्ते मंजूरी मिली थी। इसे अभी बूस्टर डोज के तौर पर ही दिया जाएगा।
कोरोना के खतरे को देखते हुए भारत में तैयारियां तेज हो गई हैं। इस महामारी से बचाव के लिए टीकाकरण भी किया जा रहा है। देश में अभी तक कोरोना वैक्सीन की 220 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी है। इसी बीच, सरकार ने हाल ही में भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन को भी मंजूरी दे दी। हालांकि, नेजल वैक्सीन की कीमत तय नहीं हुई थी, लेकिन अब इसका खुलासा हो गया है।
कितनी होगी Nasal Vaccine की कीमत?
आईएएनएस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, नेजल वैक्सीन की कीमत 800 रुपये तय की गई है। वहीं, सरकारी सेंटर पर इसकी कीमत 325 रुपये रखी गई है। हालांकि, शुरुआत में ये निजी अस्पतालों में ही उपलब्ध होगी। इसे कोविन एप के जरिए बुक किया जा सकता है। भारत बायोटेक ने एक बयान में कहा कि अगले महीने जनवरी के चौथे हफ्ते से ये वैक्सीन मिलनी शुरू हो जाएगी।
18+ को लगेगी नेजल वैक्सीन
iNCOVACC (BBV154) वैक्सीन को बीते हफ्ते टीकाकरण अभियान में शामिल किया गया है। 6 सितंबर को औषधि महानियंत्रक (DCGI) ने केवल आपातकालीन उपयोग के लिए इस वैक्सीन की मंजूरी दी थी, लेकिन अब इसे बूस्टर डोज के तौर पर मंजूरी दी गई है। नेजल वैक्सीन 18 साल से ज्यादा उम्र के लोग ही ले सकेंगे।
क्या है नेजल वैक्सीन?
नेजल वैक्सीन (Nasal Vaccine) नाक से दी जाती है। अन्य वैक्सीन की तरह इसमें इंजेक्शन नहीं लगाया जाता है। सिर्फ नाक में वैक्सीन की दो बूंद डाली जाती है। कंपनी ने कहा कि इस वैक्सीन का फेस I, II और III में सफल क्लीनिकल ट्रायल हुआ था। बता दें कि अभी देश में लोगों को सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और कोवोवैक्स, भारत बायोटेक की कोवैक्सीन, रूसी वैक्सीन स्पुतनिक वी और स्वदेशी कॉर्बेवैक्स वैक्सीन दी जा रही है।
भारत बायोटेक के कार्यकारी अध्यक्ष कृष्णा एल्ला ने कहा, 'हमने Covaxin और iNCOVACC, दो अलग-अलग प्लेटफॉर्म से दो अलग-अलग डिलीवरी सिस्टम के साथ दो कोविड वैक्सीन विकसित की हैं। सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थितियों और महामारी के दौरान ये आसान और दर्द रहित टीकाकरण है।'
220 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन लगी
भारत में अभी तक कोविड वैक्सीन की 220 करोड़ से ज्यादा डोज लग चुकी है। 102.71 करोड़ लोगों को पहली डोज दी जा चुकी है, जबकि 95 करोड़ से ज्यादा दूसरी खुराक लग चुकी है। इसके साथ ही 22.23 करोड़ से ज्यादा लोगों को प्रीकाशन डोज भी दी जा चुकी है।