दिल्ली: जहांगीरपुरी में कैसे भड़की सांप्रदायिक हिंसा, शोभा यात्रा में सच में क्या हुआ था?
बवाल में 9 लोगों के घायल होने की खबर है. रिपोर्ट के मुताबिक, घायलों में 8 पुलिसकर्मी हैं. पुलिस ने अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है.
निवार, 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के दिन दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई. ये हिंसा तब हुई, जब हनुमान जयंती शोभा यात्रा निकाली जा रही थी. बवाल में 9 लोगों के घायल होने की खबर है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, घायलों में 8 पुलिसकर्मी हैं. पुलिस ने अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है. फिलहाल पूरा इलाका पुलिस के कब्जे में है और इलाके में शांति है.
कैसे शुरू हुआ विवाद?
बात शाम 4 बजे की है. जहांगीरपुरी इलाके में शोभा यात्रा शुरू हुई. ये यात्रा K ब्लॉक तक जानी थी. लेकिन यात्रा C ब्लॉक तक पहुंची और बवाल हो गया. यात्रा के दौरान वहां मौजूद लोगों ने बताया कि पहले किसी बात पर मामूली कहासुनी हुई. ये मामूली कहासुनी इतनी बढ़ गई कि बवाल हो गया और हिंसा फैल गई. दोनों तरफ से पत्थबाजी शुरू हो गई. सार्वजनिक संपत्ति के साथ तोड़ फोड़ की गई. गाड़ियों में आग लगाई गई.
पूरे बवाल में एकमात्र सुखद खबर ये है कि हिंसा में किसी की जान नहीं गई. हालांकि 9 लोग घायल हुए. घायलों का इलाज बाबू जगजीवन राम मेमोरियल हॉस्पिटल में जारी है.
इस मामले में एक पक्ष का कहना है कि इफ्तार से पहले मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज़ पढ़ने जा रहे थे. विवाद तब हुआ, जब शोभा यात्रा मस्जिद के पास पहुंची और वहां नारेबाजी हुई और तेज आवाज़ में म्यूज़िक बजाया गया. आरोप ये भी लगाए गए हैं कि कुछ लोगों ने मस्जिद पर भगवा झंडा फहराने की भी कोशिश की. हालांकि दूसरे पक्ष के लोगों ने इन आरोपों को नकार दिया और कहा कि, जहां कहीं भी शोभा यात्रा निकाली गई उसे टारगेट किया गया. इधर दूसरे पक्ष का कहना है कि इलाके में सुबह भी शोभा यात्रा निकली थी, लेकिन उस दौरान कोई विवाद नहीं हुआ. अगर शोभा यात्रा को टारगेट ही करना था, तो सुबह ऐसा क्यों नहीं हुआ. लोगों ने ये भी कहा कि सारा बवाल बाहर से आए लोगों ने किया, जबकि इलाके के लोग सौहार्द से रहते हैं.
पुलिस ने क्या कहा?
पुलिस ने बताया कि हिंसा के दौरान गोलियां भी चलाई गईं. पुलिस ने FIR दर्ज कर अबतक 14 लोगों को अब गिरफ्तार किया है. गोली चलाने वाले आरोपी मो. असलम को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. असलम के पास से पिस्तौल भी बरामद कर ली गई है. पुलिस के मुताबिक, असलम के खिलाफ साल 2020 में भी एक केस दर्ज हुआ था.
हिंसा के दौरान दिल्ली पुलिस के SI मेधालाल को गोली लगी थी. मेधालाल ने आजतक से बात करते हुए बताया कि हिंसा की सूचना मिलने पर वो पहुंचे, तो देखा कि दोनों तरफ से एक-एक हजार लोगों की भीड़ थी. दोनों तरफ से पत्थरबाजी हो रही थी. बवाल के दौरान ही मेधालाल को गोली लग गई. खबर के मुताबिक गोली आर-पार हो गई थी. मेधालाल की स्थिति फिलहाल ठीक है. उनका इलाज जारी है.
ASI अरुण कुमार का आखों देखा हाल
ASI अरुण कुमार शुरू से ही यात्रा के साथ थे. अरुण कुमार को ईंटों और पत्थरों से मारा गया. अरुण कुमार ने बताया, “हम उस गाड़ी के पीछे ही थे, जिसमें हनुमान जी की यात्रा निकाली जा रही थी. आगे से अचानक भीड़ आई. दोनों तरफ से गाली गलौच होने लगा. हमने बहुत शांत करवाने की कोशिश की लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था. सबके हाथ में बोतलें, तलवार , चाकू थे. चारों तरफ पत्थर और बोतलें ही बोतलें दिख रही थीं. हजार डेढ़ हजार लोग एक साथ निकलकर आ गए. ये विवाद कुशल चौक पर शुरू हुआ. लोग अपनी-अपनी गाड़ियों को छोड़कर भाग रहे थे. मैं सबको हटाने को कोशिश कर रहा था. भीड़ गाड़ियों को जलाने की कोशिश कर रही थी, हम उन्हें मना कर रहे थे, लेकिन किसी ने सुना नहीं. जो मैंने देखा उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता. चारों तरफ हाहाकार था. मेरी कोशिश थी कि मैं गाड़ी को जलने से बचाऊं, ताकि कम से कम आगजनी हो. जो यात्रा में थे उसमें से ज्यादातर लोग, वो जगह छोड़कर जा चुके थे. मैं लोगो को बचा ही रहा था कि मुझे ईंट और पत्थर से मारा गया. अराजक तत्वों में महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग भी शामिल थे.”
फिलहाल क्या है स्थिति?
जहांगीरपुरी में फिलहाल स्थिति पूरी तरह पुलिस के कंट्रोल में है. खबरों के मुताबिक 16 अप्रैल की रात में ही हालात पर काबू पा लिया गया था. इलाके में भारी मात्रा में पुलिस बल और अर्थसैनिक बलों की तैनाती है. खबरों के मुताबिक केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर से पूरे मामले पर अपडेट लिया है और हिंसा को पूरी तरह से रोकने के आदेश दिए हैं. सूत्रों के मुताबिक CRPF की पांच कंपनियों की अतिरिक्त तैनाती की गई है. RAF की दो कंपनियां कल ही मौके पर भेज दी गई थीं.
इधर दिल्ली पुलिस ने आज जहांगीरपुरी के कुशल चौक पर अमन कमेटी के सदस्यों के साथ मीटिंग की. पुलिस के अधिकारियों ने सभी से अपने अपने इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है.
इस पूरे मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी प्रतिक्रिया दी. केजरीवाल ने हिंसा की निंदा की है और सभी से शांति बनाने की अपील की है.
वहीं उत्तर पश्चिमी दिल्ली से बीजेपी के सांसद हंस राज हंस ने इस घटना को लेकर अंतर्राष्ट्रीय साजिश का शक जताया है. हंस राज ने कहा कि ये भारत को बदनान करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय साजिश थी, जिसमें देश के भी कुछ लोग शामिल हैं. हंस राज ने इस मामले की NIA जांच की मांग की है.