राष्ट्रपति चुनाव: सांसदों के वोटों की गिनती पूरी; मुर्मू को 540 और यशवंत को 208 वोट मिले, राज्यों की काउंटिंग शुरू
चुनाव अधिकारी ने बताया कि द्रौपदी मुर्मू को 540 और यशवंत सिन्हा को 208 सांसदों का वोट मिला है। 15 वोट रद्द हो गए हैं।
देश के 15वें राष्ट्रपति के नाम का इंतजार अब से कुछ देर में खत्म हो जाएगा। राष्ट्रपति चुनाव में पहले राउंड के वोटों की गिनती पूरी हो गई है। इसमें सांसदों के वोटों की गिनती हुई है। चुनाव अधिकारी ने बताया कि द्रौपदी मुर्मू को 540 और यशवंत सिन्हा को 208 सांसदों का वोट मिला है। 15 वोट रद्द हो गए हैं।
द्रौपदी मुर्मू का वोट वैल्यू 3 लाख 78 हजार है जबकि यशवंत सिन्हा का वोट वैल्यू 1 लाख 45 हजार 600 है। संसद के कमरा नंबर 63 में सांसदों के वोटों की गिनती पूरी होने के बाद अब राज्यों के वोटों की काउंटिंग शुरू हो गई है। इसके बाद जीते हुए प्रत्याशी का ऐलान किया जाएगा।
NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का जीतना लगभग तय है। अगर ऐसा होता है तो वे देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति होंगी। इधर, काउंटिंग के बीच द्रौपदी मुर्मू के गांव में जश्न शुरू हो गया है। लोग ढोल-नगाड़ों और पारंपरिक वाद्य यंत्रों के जरिए मुर्मू की जीत के आधिकारिक ऐलान का इंतजार कर रहे हैं। ओडिशा के रायरंगपुर में मुर्मू के गांव और ससुराल में लड्डू भी बनकर तैयार है।
25 को शपथ ग्रहण, भाजपा कार्यालय में जश्न की तैयारी
वोटों की गिनती खत्म होने के बाद देश के नए राष्ट्रपति की घोषणा कर दी जाएगी। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई की मध्य रात्रि को खत्म हो रहा है। 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होगा। इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी काउंटिंग के बाद द्रौपदी मुर्मू से मिलने जाएंगे। इसके अलावा भाजपा कार्यालय में भी जश्न की तैयारी है। इसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल होंगे।
देशभर में जीत के बाद जुलूस निकालेगी भाजपा
मुर्मू की जीत को लेकर आश्वस्त भाजपा नतीजे आने के बाद दिल्ली में विजय जुलूस निकालेगी। ऐसा पहली बार होगा, जब राष्ट्रपति की जीत के बाद जुलूस निकाला जाएगा। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा राजपथ तक इस जुलूस की अगुआई करेंगे। वहीं भाषण देंगे। पहली बार आदिवासी महिला के राष्ट्रपति चुने जाने का श्रेय PM मोदी को देंगे। हालांकि जुलूस में मुर्मू शामिल नहीं होंगी।
मुर्मू की जीत से राजनीतिक मैसेज देने की तैयारी
द्रौपदी मुर्मू की जीत की घोषणा होते ही देशभर में जश्न शुरू हो जाएगा। मुर्मू की जीत से BJP आदिवासी समुदाय सहित पूरे देश और खासतौर पर महिलाओं को खास संदेश देना चाहती है, ताकि मुख्य धारा से कटे इस समुदाय में राजनीतिक मैसेज जाए कि BJP ही एक ऐसी पार्टी है जो सत्ता के लिए नहीं बल्कि देश के वंचित तबकों और वर्गों के लिए काम करती है।
यही वजह है कि पार्टी कार्यकर्ताओं को जीत के बाद पोस्टर में द्रौपदी मुर्मू के साथ किसी और नेता की तस्वीर न लगाने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। माना जा रहा है कि पार्टी राष्ट्रपति चुनाव से ही 2024 में होने वाले आम चुनाव की तैयारी में जुट गई है।
इसलिए मुर्मू की जीत तय मानी जा रही
भाजपा ने 21 जून को मुर्मू को उम्मीदवार बनाया था, तब NDA के खाते में 5 लाख 63 हजार 825, यानी 52% वोट थे। 24 विपक्षी दलों के साथ होने पर सिन्हा के साथ 4 लाख 80 हजार 748 यानी 44% वोट माने जा रहे थे। बीते 27 दिन में कई गैर NDA दलों के समर्थन में आने से मुर्मू को निर्णायक बढ़त मिल गई। सभी 10 लाख 86 हजार 431 वोट पड़ने की स्थिति में मुर्मू को 6.67 लाख (61%) से अधिक वोट मिलेंगे,जबकि सिन्हा के वोट घटकर 4.19 लाख रह जाएंगे। जीत के लिए 5 लाख 40 हजार 065 वोट चाहिए।