'अग्निपथ' पर राहुल गांधी ने सरकार को घेरा, कहा- "युवाओं की अग्निपरीक्षा मत लीजिए प्रधानमंत्री जी"
राहुल गांधी ने कहा- न कोई रैंक, न कोई पेंशन, न 2 साल से कोई डायरेक्ट भर्ती, न 4 साल के बाद स्थिर भविष्य, न सरकार का सेना के प्रति सम्मान.
केंद्र सरकार सेना में भर्ती के लिए एक योजना लेकर आई. अग्निपथ. इसे लेकर देश के युवाओं समेत विपक्ष पार्टियों ने भी बीजेपी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में विपक्षी नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने लिखा, "न कोई रैंक, न कोई पेंशन, न 2 साल से कोई डायरेक्ट भर्ती, न 4 साल के बाद स्थिर भविष्य, न सरकार का सेना के प्रति सम्मान. देश के बेरोज़गार युवाओं की आवाज़ सुनिए, इन्हे 'अग्निपथ' पर चला कर इनके संयम की 'अग्निपरीक्षा' मत लीजिए, प्रधानमंत्री जी."
25 फीसद को ही मिलेगी स्थायी जॉइनिंग
दरअसल, इस योजना के जरिए सेना में भर्ती चार साल के लिए होगी. 4 साल के बाद 25 फीसद को ही सेना में स्थायी जॉइनिंग मिलेगी. इसे लेकर युवाओं के कई तरह के सवाल भी हैं कि 4 साल बाद हम क्या करेंगे - इसपर सरकार को सोचना चाहिए.
सेना में करीब एक लाख पद खाली
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में 2 साल से भर्ती न मिलने की भी बात कही है, हिन्दुस्तान की खबर के मुताबिक, सेना में जवानों के रिक्त पदों की संख्या एक लाख से भी अधिक हो चुकी है. इस मुद्दे पर राज्यसभा में एक प्रश्न के जवाब में सरकार की तरफ से स्वीकार किया गया है कि 2021-21 और 2021-22 के दौरान सेना में कोरोना महामारी के चलते भर्ती नहीं हो सकीं.
छात्र प्रदर्शन में हुआ बवाल
बता दें, 14 जून को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने अग्निपथ योजना घोषणा की थी. इसके बाद से ही केंद्र सरकार की इस योजना के खिलाफ बिहार समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में भयानक बवाल देखने को मिल रहा है. प्रदर्शनकारी उग्र छात्रों ने रेलवे ट्रैक जाम किए,पथराव किया, कहीं-कहीं से आगजनी की खबरें भी सामने आई हैं. इसी दौरान युवा लगातार इस भर्ती योजना को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.