तेलंगाना में बोले अमित शाह- NDA सरकार ने आतंक की तोड़ी कमर, नक्सलियों पर भी कसा शिकंजा
अमित शाह ने कहा कि आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति, आतंकवाद विरोधी कानूनों के लिए मजबूत ढांचे, एजेंसियों को मजबूत किए जाने और दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति के कारण आतंकवाद संबंधी घटनाओं में कमी आई है. पिछले सात दशकों के दौरान देश ने आंतरिक सुरक्षा में कई उतार-चढ़ाव और कई चुनौतीपूर्ण समय देखे हैं. इन चुनौतीपूर्ण समय में 36,000 से अधिक पुलिसकर्मियों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने शनिवार को यहां कहा कि केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार जम्मू कश्मीर (Jammu-Kashmir) में आतंकवादी घटनाओं, पूर्वोत्तर में उग्रवाद और वामपंथी नक्सलवाद को नियंत्रित करने में काफी हद तक सफल रही है. शाह ने यहां सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (SVPNPA) में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के 74वें बैच के अधिकारियों की दीक्षांत परेड को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार की एजेंसियों के नेतृत्व में पूरे देश में पुलिस बलों ने ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (PFI) जैसे संगठन के खिलाफ एक ही दिन में एक सफल अभियान चलाया.
उन्होंने कहा कि ‘सरकार आठ साल बाद जम्मू कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं, पूर्वोत्तर में उग्रवाद और वामपंथी नक्सलवाद को नियंत्रित करने में काफी हद तक सफल रही है. हाल में ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (PFI) पर प्रतिबंध लगाकर हमने दुनिया के सामने एक सफल उदाहरण पेश किया है.’ शाह ने कहा कि ‘इससे पता चलता है कि लोकतंत्र के प्रति हमारी प्रतिबद्धता कितनी मजबूत हुई है.’
अमित शाह ने कहा कि ‘आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति, आतंकवाद विरोधी कानूनों (Anti-Terrorism Law) के लिए मजबूत ढांचे, एजेंसियों को मजबूत किए जाने और दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति के कारण आतंकवाद संबंधी घटनाओं में कमी आई है. पिछले सात दशकों के दौरान देश ने आंतरिक सुरक्षा में कई उतार-चढ़ाव और कई चुनौतीपूर्ण समय देखे हैं. इन चुनौतीपूर्ण समय में 36,000 से अधिक पुलिसकर्मियों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है.’ इस दीक्षांत परेड में 166 आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारी प्रशिक्षुओं और विदेशों से 29 अधिकारी प्रशिक्षुओं सहित कुल 195 अधिकारी प्रशिक्षुओं (Trainees) ने भाग लिया है.