राम-सीता विवाह की खास तस्वीरें: दुल्हन की तरह सजी अयोध्या; 11 मंदिर से निकली बारात
दिन में 11 मंदिरों से बारातें निकली। जिसमें बाराती बनी पूरी आयोध्या। श्रीरामवल्लभाकुंज में राम-सीता के विवाह की रस्में हुई।
अयोध्या में सोमवार को भगवान राम और माता सीता का विवाह हुआ। जनकनंदनी के स्वागत में अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया गया। दिन में 11 मंदिरों से बारातें निकली। जिसमें बाराती बनी पूरी आयोध्या। श्रीरामवल्लभाकुंज में राम-सीता के विवाह की रस्में हुई।
राम-सीता के स्वरूपों में मूर्तियां रखी गईं। दोनों तरफ से आए पंडितों ने मंत्र पढ़े। इसके बाद मां सीता और भगवान राम ने एक-दूसरे को वरमाला डाली। वहां मौजूद भक्तों ने पुष्प वर्षा की। अयोध्या में ये आयोजन विवाह पंचमी के मौके पर किया गया।
रथ पर सवार होकर मां सीता के घर पहुंचे राम
भगवान राम अपने छोटे भाई लक्ष्मण के साथ रथ पर सवार होकर मां सीता के घर बारात लेकर पहुंचे। उन्होंने पीले रंग की ड्रेस पहन रखी थी। शरीर पर आभूषण और सिर पर मोतियों वाला मुकुट था। अयोध्या के महंत राजा दशरथ बने थे। बारात में दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेश दास, डॉ. रामानंद दास, रामशरण दास रामायणी, बाबा बलराम दास शामिल हुए।
तस्वीरों में देखिए राम-सीता का विवाह
भगवान राम छोटे भाई लक्ष्मण के साथ रथ पर सवार होकर बारात लेकर मां सीता के घर के पहुंचे।
विवाह के दौरान भगवान राम और मां-सीता पीले रंग के ड्रेस पहने हुए थे। उन्होंने एक दूसरे को माला पहनाई। उसके बाद विवाह संपन्न हुआ।
बारात के पहुंचने पर भगवान राम और उनके छोटे भाई लक्ष्मण को माला पहनकर स्वागत किया गया। उसके बाद चारों भाई एक साथ मंडप पहुंचे।
बारात मां सीता के घर पहुंचने पर भगवान राम और लक्ष्मण समेत चारों भाइयों की आरती उतारी गई।
आरती के बाद भगवान राम के साथ उनके भाइयों को आसन पर बिठाया गया। लोग बार-बार उनकी तरफ देखते नजर आएं।
ये तस्वीर मां सीता के मंडप पहुंचने की है। उन्हें भगवान राम के बगल में बैठाया गया था।
इस दौरान वहां मौजूद महिलाएं उनके सामने बार-बार हाथ जोड़ते हुए नजर आई। वे प्रभु राम और मां सीता की भक्ति में डूबी हुईं थीं।
श्रीरामवल्लभाकुंज में भगवान राम और मां सीता का विवाह हुआ। प्रतीक के रूप में दोनों की मूर्तियों को रखा गया था।
भगवान राम और मां सीता का विवाह सम्पन्न कराने के लिए दोनों पक्षों की तरफ से पंडित आएं थे।
राम नगरी को दुल्हन की तरह सजाया गया था। अंधेरा होते ही पूरा शहर रोशनी से जगमग हो उठा।
राम बारात में शामिल होने वाली महिलाओं ने भजन पर डांस किया। जिसने भी इस दृश्य को देखा। खुद को झूमने से नहीं रोक पाया।
राम बारात में शामिल होने के लिए संतों और महंतों को खास तौर पर बुलाया गया था। कुछ संत घराती बने, कुछ यहां बाराती थे।
ये तस्वीर राजा दशरथ के महल की है। महल को रंग बिरंगे फूलों और लाइटों से सजाया गया था। रात भर यहां लोगों का आना जाना लगा रहा।
ये तस्वीर श्रीरामवल्लभाकुंज गर्भगृह की है। राम सीता के विवाह के मौके पर यहां पर रंग-बिरंगे फूलों से सजावट की गई थी।
भगवान राम और मां सीता के विवाह के अवसर पर रामलला को 56 भोग लगाया गया।
इस तस्वीर में काले रंग की ड्रेस में दिख रही युवती का नाम प्रिया है। वह अमेरिका से राम बारात में शामिल होने के लिए अयोध्या आईं थी। उन्होंने राम बारात में डांस भी किया।
राम बारात में शामिल होने के लिए यूपी की शिक्षा मंत्री गुलाबो देवी अयोध्या पहुंची। वह रंग महल में ठहरी हुईं थीं।
5 दिन से राम-सीता के विवाह की तैयारियां
यहां आपको ये भी बता दें कि भले ही विवाह पंचमी सोमवार को हो। मगर अयोध्या में पिछले 5 दिन से ये उत्सव मंदिरों में मनाया जा रहा है। तरह-तरह के भक्तिमय आयोजन हो रहे हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार मार्गशीर्ष पंचमी तिथि पर श्री राम विवाहोत्सव हुआ। इसमें लक्ष्मण किला, विअहुति भवन, जानकी महल ट्रस्ट, कनक भवन, बड़ा स्थान दशरथ महल, दिव्यकला कुंज, श्रीरामवल्लभाकुंज, प्राचीन जगन्नाथ मंदिर, माधुरी कुंज, रंग महल, राम हर्षण कुंज, रामसखी मंदिर सहित 11 मंदिरों में श्री राम विवाहोत्सव के आयोजन हुए।