दिल्ली में अब पूरी तरह केजरीवाल राज, MCD में चल गया AAP का झाड़ू
दिल्ली नगर निगम के रुझानों में आम आदमी पार्टी (AAP) की झाड़ू चल गई है। कांटे की टक्कर के बाद रुझानों में आप बहुमत के आंकड़े को पार कर चुकी है। बीजेपी का डेढ़ दशक बाद एमसीडी से राज खत्म होता दिख रहा है।
एमसीडी चुनाव का मुकाबला द्विपक्षीय रहा है। आम आदमी पार्टी को 42.24 फीसदी वोट मिले हैं। जबकि दूसरे नंबर पर रही बीजेपी को 38.97 प्रतिशत वोट मिला है। कांग्रेस को 11.65 फीसदी वोट मिले हैं।
चुनाव आयोग के आंकड़े के मुताबिक आप 113 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है और 18 सीटों पर आगे है। बीजेपी को 95 सीटों पर जीत मिली है और वह 11 सीटों पर आगे हैं। कांग्रेस ने 6 सीटों पर जीत दर्ज की है जबकि 2 सीटों पर आगे चल रही है। निर्दलीय केवल एक सीट ही मिली है।
सत्येंद्र जैन के इलाके में आप सारी सीटें हारी
दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन की तीन सीटों पर AAP हार गई है। रानी बाग, पश्चिम विहार और सरस्वती विहार में बीजेपी जीती। जैन भ्रष्टाचार के आरोप में इस वक्त जेल में बंद है। बीजेपी ने पूरे चुनाव के दौरान आप सरकार को जैन के मुद्दे को लेकर घेरा था।
दिल्ली नगर निगम (MCD) चुनावों के रिजल्ट कई मायनों में चौंकाने वाले हैं। सभी एग्जिट पोल्स में बताया गया था कि आम आदमी पार्टी (AAP) एमसीडी में एकतरफा जीत रही है। हालांकि, बीजेपी ने जबर्दस्त टक्कर दी है। हां, इतना जरूर है कि उसे आम आदमी पार्टी से मात खानी पड़ गई है। 15 साल से एमसीडी में काबिज बीजेपी को हटाकर आप तो बहुत खुश होगी, लेकिन एक चिंता भी उसे जरूर सताएगी। आप को एमसीडी चुनावों में 42 प्रतिशत के आसपास ही वोट मिले हैं। उसे विधानसभा चुनावों में 53.57 प्रतिशत वोट मिले थे। तो सवाल उठता है कि आप के करीब 11 प्रतिशत मतदाता किधर खिसक गए?
दिल्ली की 'छोटी सरकार' कहे जाने वाले एमसीडी के रुझानों और नतीजों में आम आदमी पार्टी बहुमत के आंकड़े को पार पहुंच चुकी है। दिल्ली नगर निगम में भारतीय जनता पार्टी का डेढ़ दशक से एमसीडी में चले आ रहे राज खत्म होता दिख रहा है। राज्य में मुख्य मुकाबला आप, बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही था।