मी लॉर्ड, मेरे नाम के आगे डॉन-माफिया और बाहुबली न लिखा जाए... जब मुख्तार अंसारी ने बाराबंकी कोर्ट से लगाई गुहार
मुख्तार अंसारी के सुर अब काफी बदल गए हैं। एक समय था कि कोई उसके सामने बोलने की हिम्मत नहीं करता था और वहीं अब मुख्तार अंसारी अपने नाम के आगे माफिया और डॉन जैसे शब्दों के इस्तेमाल पर आपत्ति जता रहा है।
अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड के बाद से मुख्तार अंसारी काफी डरा हुआ दिखाई दे रहा है। पहले उसकी पत्नी अफ्शां अंसारी ने कोर्ट में याचिका डाला, जिसमें मुख्तार अंसारी की जान को खतरा बताया गया और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी कराने की मांग की। उसके बाद अब मुख्तार अंसारी ने बाराबंकी कोर्ट में एक याचिका डाली है, जिसमें उसने अपने नाम के आगे, माफिया, गुर्गा, बाहुबली और डॉन लगाकर बदनाम करने की पुलिस और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर आरोप लगाया है। यहीं नहीं मुख्तार अंसारी ने देश निर्माण में परिवार और अपनी महत्वपूर्ण भूमिका भी बताई है।
मुख्तार अंसारी की ओर से बाराबंकी कोर्ट में याचिका दी गई है, जिसमें कहा गया है कि पुलिस के वर्तमान और पूर्व अधिकारी मीडिया के माध्यम से दुष्प्रचार कर रहे हैं। मुख्तार अंसारी ने कहा कि मेरे साथियों पर पुलिस गलत कार्रवाई कर रही है। वहीं, उसने कहा कि मीडिया ट्रॉयल से दुष्प्रचार का भी आरोप लगाया है। याचिका में कहा गया है कि मुझे, माफिया, डॉन, गुर्गा और बाहुबली जैसे अपशब्दों का प्रयोग कर मेरा दुष्चरित्र किया जा रहा है। कई बार मैं विधायक रहा हूं। मेरा और मेरे परिवार का देश निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका है। कहा कि जब मुझको चुनाव में विपक्षी हरा नहीं पाए तो मेरे खिलाफ कुचक्र रचा गया। हेट स्पीच का हवाला देते हुए कहा कि मेरे नाम के आगे गलत शब्द न लिखे जाएं। बुधवार को मुख्तार अंसारी के वकील रणधीर सिंह सुमन ने याचिका डाली थी। इस पर 10 मई को सुनवाई की जाएगी।
मुख्तार की हुई पेशी
बुधवार को बांदा जेल से मुख्तार अंसारी की बाराबंकी कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई। ये पेशी ऐंबुलेंस कांड और गैंगस्टर ऐक्ट में हुई। वकील रणधीर सिंह सुमन ने कहा कि हमारे क्लाइंट की तरफ से कोर्ट में आवेदन दिया गया है। इसमें हेट शब्दों के इस्तेमाल पर रोक लगाने की मांग की गई है।