नेपाल बॉर्डर पर घुसपैठ व तस्करी करने वालों की खैर नहीं, इन सात जिलों में UP पुलिस उठा रही ये खास कदम
नेपाल बार्डर की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए शासन के निर्देश पर यूपी पुलिस सीमा से सटे सात जिलों में ग्राम सुरक्षा समितियों का गठन कर रही है। सुरक्षा समिति के अध्यक्ष पूर्व सैनिक और सेवानिवृत्त सरकारी ही बनेंगे।
नेपाल बार्डर की गतिविधियों पर ग्राम सुरक्षा समितियों की नजर रहेगी। शासन के निर्देश पर उत्तर प्रदेश पुलिस नेपाल से सटे सात जिलों में ग्राम सुरक्षा समितियों का गठन कर रही है। एडीजी जोन गोरखपुर अखिल कुमार को इसका नोडल अधिकारी बनाया गया है। भूतपूर्व सैनिक या सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी को इस समिति का अध्यक्ष बनाया गया है।
इन जिलों में बनी रहती है घुसपैठ व तस्करी करने की संभावना
उत्तर प्रदेश के महराजगंज, सिद्धार्थनगर,बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी और पीलीभीत जिले से नेपाल की 570 किलो मीटर सीमा लगी है। दोनों देश में आने जाने के लिए सोनौली, खूंनवा, रुपईडीहा के अलावा 300 से अधिक पगड़ंडियां हैं जिससे होकर लोग आते-जाते हैं। इन रास्तों से देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त लोगों के घुसपैठ करने व तस्करी की संभावना बनी रहती हैं।
बनाई जा रही यह व्यवस्था
देश विरोधी गतिविधि में लिप्त लोग नेपाल बार्डर से सटे गांव में अगर कोई गतिविधि करेंगे तो इसकी खबर सुरक्षा व खुफिया एजेंसियों को तुरंत हो यह व्यवस्था बनाई जा रही है। शासन के निर्देश पर नेपाल सीमा से सटे जिलों की पुलिस अपने क्षेत्र में सभी गांवों में ग्राम सुरक्षा समितियों का गठन करा रही है। अब तक 980 गांवों में गठन हो चुका है।
किस जिले में कितनी समिति गठित हुई
- जिला गठित समिति
- महराजगंज 219
- सिद्धार्थनगर 443
- बलरामपुर 24
- श्रावस्ती 115
- बहराइच 85
- खीरी 77
- पीलीभीत 17
घुसपैठ रोकने के लिए पुलिस कर रही पेट्रोलिंग
पंगडंडी के रास्ते भारत में आने और यहां से जाने वालों पर एसएसबी, खुफिया एजेंसियों के अलावा स्थानीय पुलिस भी नजर रख रही है। एडीजी के निर्देश पर नेपाल सीमा से सटे थानों की पुलिस अपने क्षेत्र में एसएसबी के साथ पेट्रोलिंग कर रही है। जिसकी रोजाना रिपोर्ट बनती है।
एडीजी जोन को बनाया गया नोडल
उत्तर प्रदेश के सात जिलों से नेपाल की 570 किलोमीटर सीमा सटी है, जिसमें 400 किलाेमीटर क्षेत्र गोरखपुर जोन में आता है। इसको देखते हुए शासन ने एडीजी जोन अखिल कुमार को बार्डर सुरक्षा का नोडल अधिकारी बनाया है।