क्या किसी लिखी पटकथा का मंचन? कमर में तमंचा डाले युवक के पकड़े जाने के वीडियो पर अखिलेश यादव का तंज
यूपी पुलिस के वायरल वीडियो के मामले में अब अखिलेश यादव ने करारा तंज कसा है। उन्होंने कमर में तमंचा डाले युवक के वायरल वीडियो को किसी सुनियोजित पटकथा के मंचन से जोड़कर पेश किया है। अब यह मामला खूब गरमाने लगा है।
उत्तर प्रदेश में इन दिनों पुलिस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खासा वायरल हो रहा है। इसमें दो पुलिसकर्मी एक कमर में तमंचा डाले युवक को पकड़ते दिख रहे हैं। अब इस पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का करारा तंज सामने आया है। उन्होंने इस पूरी घटना को किसी लिखी गई पटकथा के मंचन से जोड़कर पेश कर दिया है। इसके बाद यह मामला एक बार फिर चर्चा में आ गया है। अब इस पूरे मसले पर विवाद बढ़ता दिख रहा है। अखिलेश यादव लगातार यूपी पुलिस और यूपी सरकार को घेरने में लगे हैं। पिछले दिनों अपराधियों के हुए एनकाउंटर मसले पर भी वे यूपी पुलिस को घेरते दिखे हैं।
अखिलेश ने क्या कहा?
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर वायरल वीडियो पर करारा तंज कसा। ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि सत्ताधारियों के तमंचाजीवी जब दूसरों को जान की धमकी देंगे तो आम जनता डरकर खुद की सुरक्षा के लिए तमंचा लेकर चलने लगेगी। इस वीडियो में पुलिस का नाटकीय तरीका बता रहा है कि किसी लिखी पटकथा का फिर से ‘नाट्यमंचन’ हो रहा है। जनता ये झूठा नाटक पहले भी देख चुकी है। एक प्रकार से अखिलेश यादव ने इस तंज के जरिए पुलिस की कार्रवाई को नाटक और झूठा करार देने की कोशिश की है। साथ ही, सत्ताधारी भाजपा को भी निशाने पर लिया है।
एनकाउंटर्स पर उठाते रहे हैं सवाल
अखिलेश यादव यूपी पुलिस की ओर से किए जाने वाले एनकाउंटर्स पर सवाल उठाते रहे हैं। उमेश पाल मर्डर के बाद जिस प्रकार से मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और उसके साथी शूटर गुलाम का एनकाउंटर हुआ था, उस पर भी अखिलेश ने सवाल उठाए थे। इसके अलावा अतीक अहमद के मर्डर पर भी वे पुलिस पर बरसे थे। उन्होंने एनकाउंटर को लेकर कहा था कि गूगल के पास सबका डेटा होता है। कभी भी गूगल से इस संबंध में डेटा हासिल किया जा सकता है।