जवानों के हाथों में होगी अब स्वदेशी सीक्यूबी कार्बाइन, हुआ सफल परीक्षण; जानिए इसकी खासियत
दुश्मन से नजदीकी लड़ाई में सबसे कारगर हथियार क्लोज क्वार्टर बैटल कार्बाइन लघु शस्त्र निर्माणी (एसएएफ) में बनकर तैयार है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की रक्षा प्रदर्शनियों में सैन्य अफसरों को ये कार्बाइन पसंद आई है। अब ये स्वदेशी हथियार खरीदने के लिए आर्डर प्रक्रिया शुरू हो गई है। नई पीढ़ी की सीक्यूबी कार्बाइन जैसा आधुनिक हथियार अभी तक यूएई सहित यूरोपीय देशों की सेनाओं के पास है।
दुश्मन से नजदीकी लड़ाई में सबसे कारगर हथियार क्लोज क्वार्टर बैटल (सीक्यूबी) कार्बाइन लघु शस्त्र निर्माणी (एसएएफ) में बनकर तैयार है। कार्बाइन का माइनस 20 और 45 डिग्री सेल्सियस तापमान पर सफल परीक्षण हो चुका है। सीक्यूबी कार्बाइन जल्द ही सेना, नेशनल सिक्योरिटी गार्ड, अर्द्ध सैनिक बलों के विशेष दस्तों के साथ कई राज्य की पुलिस के कमांडो के हाथों में होगी।
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की रक्षा प्रदर्शनियों में सैन्य अफसरों को ये कार्बाइन पसंद आई है। अब ये स्वदेशी हथियार खरीदने के लिए आर्डर प्रक्रिया शुरू हो गई है। नई पीढ़ी की सीक्यूबी कार्बाइन जैसा आधुनिक हथियार अभी तक संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) सहित यूरोपीय देशों की सेनाओं के पास है।
भारतीय सेना की थी मांग
भारतीय सेना की मांग पर रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की इकाई आयुध अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एआरडीई) ने सीक्यूबी कार्बाइन का डिजाइन रक्षा मंत्रालय के पीएसयू एडवांस वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड कंपनी को दिया। कंपनी ने लघु शस्त्र निर्माणी के विशेषज्ञ इंजीनियरों ने कार्बाइन को विकसित किया। सेना या अन्य सुरक्षा बल द्वारा सीक्यूबी कार्बाइन का ऑर्डर मिलने पर निर्माणी के अधिकारी उत्पादन करके आपूर्ति करने में सक्षम हैं।
स्वदेशी कार्बाइन उपलब्ध कराने पर है जोर
अधिकारी के अनुसार, रक्षा मंत्रालय का ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में 4.25 लाख स्वदेशी कार्बाइन सेना को उपलब्ध कराने पर जोर है। अभी सेना में असॉल्ट राइफल में एके-47, इंसास सहित अन्य मशीन गन उपयोग में लाई जाती हैं। असॉल्ट राइफलों को युद्ध में उपयोग किया जाता है। नजदीकी लड़ाई में ये ज्यादा कारगर नहीं मानी जाती, इसलिए सीक्यूबी कार्बाइन की अहमियत को सुरक्षा बल महसूस कर रहे हैं।
सीक्यूबी कार्बाइन की खासियत
- मध्यम श्रेणी का हथियार क्लोज क्वार्टर बैटल कार्बाइन एसएएफ में बनकर तैयार
- माइनस 20 डिग्री सेल्सियस व 45 डिग्री सेल्सियस पर किया गया सफल परीक्षण
- सेना और अर्धसैनिक बलों समेत राज्यों की पुलिस को पसंद आई कार्बाइन
- 5.56 गुणा 45 मिमी कार्बाइन की लंबाई है 790 मिमी।
- 200 मीटर है मारक क्षमता।
- कार्बाइन से 700 राउंड प्रति मिनट फायर करना सक्षम है।
- कार्बाइन का वजन तीन किग्रा, मैगजीन में 30 राउंड की क्षमता।
- डिजाइन मॉड्यूलर और कॉम्पैक्ट, सिंगल व आटो मोड में हो सकता है फायर।
- टिकाऊ बनाने के लिए क्रोमियम प्लेटेड बैरल का किया गया है इस्तेमाल।
- बट को सुविधानुसार फिक्स रखने के साथ फोल्ड करके भी हो सकता इस्तेमाल।
इसकी खासियत इसे बनाती है अचूक
सीक्यूबी कार्बाइन नई पीढ़ी का मध्यम श्रेणी का हथियार है। इसका सफल परीक्षण माइनस 20 से 45 डिग्री सेल्सियस पर किया गया है। यह कार्बाइन सेना, सुरक्षाबलों के साथ विभिन्न राज्यों की पुलिस को भी काफी पसंद आई है। सेना की मांग पर जल्द आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। - राजीव शर्मा, कार्यकारी निदेशक, लघु शस्त्र निर्माणी, कानपुर