Ayodhya: CM योगी ने महंत नृत्यगोपाल दास से की मुलाकात, राम मंदिर का निरीक्षण कर ली निर्माण की जानकारी
दो दिवसीय अयोध्या दौरे के दूसरे दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं रामनगरी के शीर्ष महंत नृत्यगोपाल दास से भेंट की। बता दें कि महंत नृत्यगोपाल दास लंबे समय से अस्वस्थ हैं। पूरी चिंता ज्ञापित की। इसके बाद मुख्यमंत्री छोटी देवकाली के नाम से प्रसिद्ध रामनगरी में शक्ति उपासकों की आस्था के केंद्र शक्तिपीठ पहुंच पूजा अर्चना की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम नगरी में प्रवास के दूसरे दिन भी अयोध्या के प्रति सीएम ने ज्ञापित की आत्मीयता अयोध्या। अयोध्या प्रवास के दूसरे दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामनगरी के प्रति अपनत्व-आत्मीयता ज्ञापित की। सरयू तट स्थित सरयू अतिथि गृह में रात्रि विश्राम के बाद उन्होंने रविवार का आरंभ राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं रामनगरी के शीर्ष महंत नृत्यगोपाल दास से भेंट करने के साथ किया।
महंत नृत्यगोपाल दास लंबे समय से अस्वस्थ हैं। यद्यपि कुछ दिनों से उनके स्वास्थ्य में सुधार है, किंतु मुख्यमंत्री उनके स्वास्थ्य के प्रति बराबर सजग रहे हैं और उनकी उत्कृष्ट चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ बराबर उनसे मिल कर उनका हाल-चाल लेते रहें हैं। इस बार भी रामनगरी पहुंचे मुख्यमंत्री महंत नृत्यगोपाल दास से भेंट करना नहीं भूले। उनके आश्रम मणिरामदास जी की छावनी पहुंच मुख्यमंत्री ने उनके उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास से भी वार्ता की और महंत नृत्यगोपाल दास के स्वास्थ्य के प्रति पूरी चिंता ज्ञापित की।
इसके बाद मुख्यमंत्री छोटी देवकाली के नाम से प्रसिद्ध रामनगरी में शक्ति उपासकों की आस्था के केंद्र शक्तिपीठ पर पहुंचे। यहां उन्होंने विधि - विधान से छोटी देवकाली के रूप में विराजमान मां महागौरी का आरती पूजन किया। छोटी देवकाली के बारे में मान्यता है कि यह मिथिला की कुलदेवी हैं और युगों पूर्व श्री राम से विवाह के बाद मां सीता मिथिला की कुलदेवी को अयोध्या लेकर चली आईं।
मुख्यमंत्री ने वापसी की उड़ान से पूर्व रामकथा पार्क के सामने परिवहन निगम की 51 नई बसों को झंडी दिखा कर रवाना भी किया। शनिवार को दूसरी बेला में अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री ने 30 हजार करोड़ से अधिक की लागत से रामनगरी के कायाकल्प की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की और स्पष्ट किया कि यह सारी योजनाएं 11 नवंबर को दीपोत्सव अथवा अधिक से अधिक इसी वर्ष दिसंबर तक पूरी कर ली जाएंगी। राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण एवं नवनिर्मित मंदिर में राम लला की मूर्ति स्थापना के साथ केंद्र की मोदी एवं प्रदेश की योगी सरकार अयोध्या को विश्व की श्रेष्ठतम सांस्कृतिक नगरी के रूप में भी स्थापित करने का प्रयास कर रही है।