UP ATS: पाकिस्तानी आतंकियों ने सुनाई घर वापसी की कहानी, अधिकारी बोले- हजम नहीं हो रहा…
एटीएस ने सादिकाबाद रावलपिंडी (पाकिस्तान) निवासी मो.अल्ताफ भट इस्लामाबाद (पाकिस्तान) निवासी सैय्यद गजनफर व श्रीनगर निवासी नासिर अली को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू की है। सामने आया कि अल्ताफ व गजनफर मूलरूप से जम्मू-कश्मीर के निवासी हैं और दोनों लगभग दस वर्षों से पाकिस्तान में थे। जहां पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई व हिजबुल मुजाहिदीन के अलावा अन्य आतंकी संगठनों के कमांडरों के भी संपर्क में रहे हैं।
आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) नेपाल सीमा से घुसे पाकिस्तानी आतंकियों के बारे में जम्मू-कश्मीर पुलिस की मदद से भी जानकारियां जुटा रहा है। उनके संपर्क में रहे अन्य आतंकियों के साथ ही स्थानीय कनेक्शन की पड़ताल तेज की गई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारियों ने भी तीनों से पूछताछ की है।
आतंकी संगठनों के कमांडरों के भी संपर्क में रहे
एटीएस ने सादिकाबाद, रावलपिंडी (पाकिस्तान) निवासी मो.अल्ताफ भट, इस्लामाबाद (पाकिस्तान) निवासी सैय्यद गजनफर व श्रीनगर निवासी नासिर अली को पुलिस रिमांड पर लेकर नए सिरे से पूछताछ शुरू की है।
सामने आया कि अल्ताफ व गजनफर मूलरूप से जम्मू-कश्मीर के निवासी हैं और दोनों लगभग दस वर्षों से पाकिस्तान में थे। जहां पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई व हिजबुल मुजाहिदीन के अलावा अन्य आतंकी संगठनों के कमांडरों के भी संपर्क में रहे हैं।
घर वापसी करने की बात कह रहे आतंकी
सूत्रों का कहना है कि दोनों अपने बयानों में बार-बार जम्मू-कश्मीर में घर वापसी करने की बात कह रहे थे। उनका कहना था कि कश्मीर के रास्ते वापस जाने में खतरे को देखते हुए पाकिस्तान से दुबई गए थे और नेपाल के रास्ते वापस जम्मू-कश्मीर जा रहे थे।
हालांकि, आतंकियों की यह कहानी जांच एजेंसियों के गले नहीं उतर रही है। आईएसआई एजेंट नासिर के बारे में भी और सूचनाएं इकट्ठा की जा रही हैं। तीनों के संपर्क में रहे अन्य स्थानीय लोगों को भी चिह्नित करने का प्रयास किया जा रहा है। एटीएस की एक टीम नेपाल पुलिस के सहयोग से भी छानबीन में जुटी है।
प्रदेश में बड़ी आतंकी वारदात की साजिश
पूर्व में पकड़े गए आईएसआई एजेंटों से नासिर के कनेक्शन की भी छानबीन की जा रही है। आईएसआई हैंडलर सलीम से के सीधे संपर्क में रहे अन्य एजेंटों को भी चिन्हित करने का प्रयास किया जा रहा है। एटीएस की शुरुआती जांच में सामने आया था कि तीनों आतंकियों के माध्यम से प्रदेश में बड़ी आतंकी वारदात की साजिश रची गई थी।
उसकी तह तक पहुंचने के लिए एटीएस तीनों के मोबाइल की फोरेंसिक जांच भी करा रहा है। अल्ताफ व गजनफर नेपाल के रास्ते नासिर की मदद से आए थे, जिन्हें एटीएस ने दबोचा था। कोर्ट ने तीनों की छह दिनों की पुलिस रिमांड स्वीकृत की थी। रिमांड अवधि के दौरान एटीएस तीनों को नेपाल व जम्मू-कश्मीर भी ले जा सकती है।