लखनऊ: 18 फिट गहरे खुले मैनहोल में गिरने से 8 वर्षीय मासूम शाहरुख की दर्दनाक मौत, जिम्मेदार खामोश
लखनऊ के जानकीपुरम इलाके में मंगलवार को सीवर लाइन में गिरने से 8 साल के शाहरुख की मौत हो गई। मौत मामले में कागजी खेल शुरू हो गया है। जलकल जोन-3 के अधिशासी अभियंता मनोज कुमार शुक्ला ने चार लोगों के खिलाफ जानकीपुरम थाने में तहरीर दी है। इसमें एसके इंटरप्राइजेज के प्रोपराईटर एसके सिंह और सुपरवाइजर अंकित कुमार पर काम में लापरवाही बरतने का आरोप लगाए हैं।
लखनऊ के जानकीपुरम इलाके में मंगलवार को सीवर लाइन में गिरने से 8 साल के शाहरुख की मौत हो गई। मौत मामले में कागजी खेल शुरू हो गया है। जलकल जोन-3 के अधिशासी अभियंता मनोज कुमार शुक्ला ने चार लोगों के खिलाफ जानकीपुरम थाने में तहरीर दी है। इसमें एसके इंटरप्राइजेज के प्रोपराईटर एसके सिंह और सुपरवाइजर अंकित कुमार पर काम में लापरवाही बरतने का आरोप लगाए हैं।
अच्छेलाल पर्यवेक्षक और जेई गया प्रसाद सिंह का नाम भी तहरीर में शामिल है। इसके आधार पर अब पुलिस अपनी कार्रवाई शुरू करेगी। हालांकि आला अधिकारियों ने खुद को बचाने की कोशिश शुरू कर दी है। जहां हादसा हुआ, वहां के लोगों की मानें तो वे एक्सईएन और जीएम जलकल को भी जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उनका कहना है कि इन अफसरों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।
3 महीने से मेनहोल खुला, कोई देखने तक नहीं आया
स्थानीय निवासी सुनील का कहना है कि यह मेनहोल पिछले तीन महीने से खुला था। लेकिन, एक बार भी विभाग की तरफ से इसको ठीक नहीं किया गया है। बड़ी बात यह है कि जानकीपुरम सेक्टर छह और 7 को जाने के लिए यह सबसे प्रमुख मार्ग है। सर्विस रोड पर इंटरलॉकिंग सड़क बनाई है। जहां से रोज करीब 5 हजार लोगों का आना-जाना होता है। तीन महीने पहले ही अगर जिम्मेदारों ने अपना काम कर लिया होता तो आज 8 साल के शाहरुख की जान बचाई जा सकती थी।
रेस्क्यू टीम को पहुंचने में डेढ़ घंटे कैसे लग गए?
पुलिस और सभी विभाग का दावा है कि उनको मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे घटना की सूचना मिली। जबकि यह घटना दोपहर 1.30 बजे की बताई जा रही है। मौके पर मौजूद कुछ छात्रों का दावा था कि उन लोगों ने 112 के माध्यम से पहले सूचना दी थी। हालांकि उसके बाद भी मौके पर कोई भी विभाग डेढ़ घंटे तक नहीं पहुंच पाया। ऐसे में उच्च स्तर पर इसकी जांच करने की जरूरत है। अगर वाकई में 112 पर सूचना करीब 1.30 बजे तक पहुंच गई तो रेस्क्यू टीम पहुंचने में इतना समय कैसे लग गया?
हत्या का मुकदमा चलना चाहिए
शाहरुख की मौत के बाद स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी थी। मौके पर मौजूद लोगों ने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराने की मांग कर डाली थी। कांग्रेस पार्षद और पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश सिंह चौहान का कहना है कि यह घटना पूरी तरह विभाग की लापरवाही की देन है। नगर निगम सदन में भी आए दिन पार्षद मेनहोल का ढक्कन खुले होने की शिकायत दर्ज कराते रहते हैं।
बहनों ने बताया-रेस्क्यू टीम के पास निकालने के सामान नहीं थे
शाहरुख 7 भाई-बहनों में सबसे छोटा था। ऐसे में आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बाद भी शाहरुख का नाम निजी स्कूल में लिखवाया गया था। बहनों ने बताया कि उसका पैर फिसला तो कुछ देर तक उसको पकड़ने की कोशिश की गई थी, लेकिन वह 18 फीट नीचे सीवर में गिर गया। अंधेरा इतना था कि कुछ दिखाई भी नहीं दे रहा था। कहा- पुलिस से लेकर जलकल के पास तक उसको निकालने के लिए पर्याप्त साधन नहीं थे।
5 लाख रुपए परिवार को मिलेगा
बताया जा रहा है कि इस पूरे मामले में जलकल की टीम अब आर्थिक मदद देकर मामले को दबाने में जुट गई है। शाहरुख के माता- पिता को 5 लाख रुपए का मुआवजा देने की बात जीएम जलकल की तरफ से की गई है।
CFO बोले- डूबने से हुई बच्चे की मौत
मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि दोपहर 2.53 बजे फायर स्टेशन बक्शी तालाब को अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी के बगल में सीवर लाइन में एक बच्चे के डूबने की सूचना मिली। फायर टीम मौके पर पहुंची और बच्चे के रेस्क्यू में जुट गई। सीवर की गहराई 18 फीट है, जबकि बच्चा छोटा था। डूबने से बच्चे की मौत हो गई।
वहीं, ADCP जितेंद्र कुमार दुबे ने बताया कि दोपहर 3 बजे जानकीपुरम के प्रभारी निरीक्षक को सूचना मिली कि एक बच्चा मेनहोल में गिर गया है। इस पर प्रभारी निरीक्षक टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस टीम के अलावा SDRF को सूचना देकर बच्चे को मेनहोल से बाहर निकाला गया। बच्चे की स्थिति देखते हुए उसे KGMU भेजा गया, जहां डॉक्टरों की टीम ने उसे मृत घोषित कर दिया
पुलिस अधिकारी बनना चाहता था शाहरुख
शाहरुख के घर वालों ने बताया कि बेटा बड़ा होकर पुलिस में अधिकारी बनना चाहता था। इसलिए उसने पुलिस की ड्रेस में फोटो भी खिंचवाई थी। इसलिए परिवार के लोग उसकी पढ़ाई-लिखाई पर विशेष ध्यान दे रहे थे।