NCERT ने कक्षा 10 की किताबों से हटाया पीरियोडिक टेबल, जानिए क्या दिया तर्क
एनसीईआरटी ने कक्षा 10 की किताबों से पीरियोडिक टेबल और डेमोक्रेसी से जुड़े चैप्टर हटा दिया है। परिषद ने इसके पीछे छात्रों पर से बोझ हटाने का तर्क दिया है।
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान परिषद के 10वीं कक्षा से पीरियोडिक टेबल हटाने के फैसले पर बवाल मचा हुआ है। NCERT ने टेक्स्टबुक से पूरा चैप्टर ही हटा दिया है। इसे हटाने के पीछे परिषद ने छात्रों पर से बोझ हटाने का तर्क दिया है। गौरतलब है कि इसी साल परिषद ने विज्ञान की किताब से थियरी ऑफ इवोल्यूशन हटा दिया था। इस मसले पर काफी बवाल भी मचा था।
गौरतलब है कि इस साल के शुरू में NCERT ने थियरी ऑफ इवोल्यूशन चैप्टर को कक्षा 10 से हटा दिया था। अभी NCERT की जारी नए किताबों से कुछ चैप्टर को हटाने की जानकारी मिली। इसमें पीरियोडिक टेबल वाला चैप्टर भी है। विज्ञान की किताब से इन्वॉयरमेंटल सस्टेनबलिटी और सोर्स ऑफ एनर्जी। इसके अलावा डेमोक्रेसी पर शामिल चैप्टर को भी कक्षा 10 की पुस्तकों से हटा दिया गया है।
NCERT ने इन चैप्टर को हटाने को जरूरी बताते हुए कहा इससे छात्रों पर बोझ नहीं पड़ेगा। परिषद ने कहा कि डिफकल्टी लेवल, एक ही चीज अलग-अलग चैप्टर में होना और मौजूदा परिस्थिति में अप्रासंगिक विषय वस्तु के कारण भी यह फैसला किया गया है।
हालांकि छात्र इन चैप्टर को आगे पढ़ सकते हैं लेकिन इसके लिए उन्हें कक्षा 11 और कक्षा 12 में इस विषयों को चुनना होगा। गौरतलब है कि इसी साल NCERT ने विज्ञान की किताब से थियरी ऑफ इवोल्यूशन को हटाने के लेकर लोगों के निशाने पर आया था। करीब 1800 वैज्ञानिकों और शिक्षाविदों ने इस मुद्दे पर खुला पत्र लिखा था।
केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री सुभाष सरकार ने कहा कि कोविड के कारण कोर्स को तार्किक बनाया जा रहा है और बच्चों पर से बोझ को कम किया जा रहा है। अगर बच्चे डार्विन का सिद्धांत पढ़ना चाहते हैं तो वो वेबसाइट पर जाकर इसे पढ़ सकते हैं। कक्षा 12 में पहले से ही डार्विन का सिद्धांत किताब में है। इसलिए ऐसे झूठे प्रोपेगैंडा नहीं फैलाया जाना चाहिए।