BJP सरकार को ट्विटर पर घेरते रहे Varun Gandhi ने शुरू की लेटर पॉलिटिक्स, पीलीभीत सांसद ने बदला तौर-तरीका
अभी तक बीजेपी सरकार की नीतियों को लेकर ट्विटर और सोशल मीडिया पर हमलावर रहे वरुण गांधी ने तौर-तरीका बदला है। लोकसभा चुनाव की सुगबुगाहट से पहले पीलीभीत सांसद ने लेटर पॉलिटिक्स शुरू की है।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपना 43वां स्थापना दिवस मना रही है। उत्तर प्रदेश से लेकर देशभर में बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता स्थापना दिवस मना रहे हैं। लेकिन पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) बीजेपी के लिए ऐसा कौर बन गए हैं, जिन्हें ना तो निगलते बन रहा है और ना ही उगलते बन रहा है। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले वरुण भी सक्रियता बढ़ाते जा रहे हैं। अभी तक ट्विटर पर सरकार को घेरने वाले वरुण ने अब लेटर पॉलिटिक्स शुरू कर दी है।
वरुण गांधी एक बार फिर से चर्चा में हैं। उन्होंने किसानों और खेती किसानी के मुद्दे को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। बेमौसम हुई बारिश के कारण खेतों में खड़ी फसल बर्बाद हो गई हैं। ऐसे में बीजेपी सांसद वरुण ने अपनी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले तमाम इलाकों में फसल खराब होने का हवाला देकर सीएम योगी को पत्र लिखा है।
वरुण गांधी ने बारिश को किसानों के ऊपर मानसिक और आर्थिक आघात बताकर सीएम योगी आदित्यनाथ को लेटर लिखा है। इस लेटर के जरिए अपने लोकसभा क्षेत्र में किसानों के हुए नुकसान का सर्वेक्षण कराकर फसलों का मुआवजा देने की मांग रखी है। वरुण ने पीलीभीत के डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार के नाम भी खत लिखकर दिशा निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने सर्व कराकर आंकलन करने के लिए कदम उठाए जाने की बात कही है।
सांसद वरुण गांधी अब बीजेपी सरकार पर निशाना साधने का तौर-तरीका बदला है। पिछले कई सालों से वरुण गांधी सोशल मीडिया पर ही ऐक्टिव नजर आए हैं। अपनी ही बीजेपी पार्टी पर सवाल उठाकर वरुण की भविष्य की राजनीति को लेकर अटकलें लगती रही हैं। चाहे बात केंद्र की मोदी सरकार की हो या फिर राज्य की योगी सरकार की। वरुण नीतियों को लेकर सवाल करते आए हैं।
अक्सर जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आते रहे पीलीभीत सांसद वरुण गांधी लगातार किसानों और नौजवानों की आवाज उठाते रहे हैं। इससे पहले भी वह समय-समय पर गरीब तबके के लोगों के साथ खड़े होकर बेरोजगारी जैसे तमाम मुद्दे पर अपनी ही सरकार की नीतियों पर सवालिया निशान खड़े करते नजर आए थे। अब ट्विटर से हटकर वह लेटर लिखकर अपनी बात को आगे रख रहे हैं।