प्रधानमंत्री मोदी के यूरोप दौरे का आज आखिरी दिन, बिल गेट्स समेत कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों से करेंगे मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए मंगलवार का दिन भी काफी व्यस्त रहने वाला है। क्लाइमेट समिट के अलावा उनके कई असाइनमेंट हैं। इस दौरान वे कई देशों के राष्ट्रध्यक्षों के साथ मुलाकात करने वाले हैं। इनमें इजराइल के साथ नेपाल और जापान के प्रधानमंत्री भी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यूरोप दौरे का आज आखिरी दिन है। आज पीएम मोदी कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्काटलैंड में चल रहे COP26 शिखर सम्मेलन के दूसरे और आखिरी दिन भारत की ओर से जलवायु कार्रवाई की एजेंडे पर औपचारिक रिपोर्ट पेश करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज स्काटलैंड के ग्लासगो में यूक्रेन, नेपाल, इजरायल, स्विट्जरलैंड, फिनलैंड, मलावी के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। वह माइक्रोसाफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स से भी मुलाकात करेंगे। सोमवार को उन्होंने ग्लास्गो क्लाइमेट समिट में दमदार भाषण दिया और बताया कि विकसित देशों से ज्यादा दिक्कतें विकासशील देशों के सामने हैं और जलवायु परिवर्तन में उनकी राय और सहयोग काफी अहम है।
मंगलवार को मोदी का शेड्यूल
दोपहर 1 बजे : रेसिलिएंट आइसलैंड स्टेट्स के इंफ्रास्ट्रक्चर का उद्घाटन करेंगे।
दोपहर 1:40 बजे : स्विट्जरलैंड, फिनलैंड, इजराइल, नेपाल, मलावी, यूक्रेन, जापान, अर्जेंटीना के नेताओं के साथ लगातार बाइलेटरल बैठकें होंगीं। इसके बाद बिल गेट्स से मुलाकात करेंगे।
शाम 6:45 बजे : 26वीं क्लाइमेट चेंज कांफ्रेंस में क्लीन टेक, इनोवेशन, डेवलपमेंट को लेकर चर्चा होगी।
रात 10 बजे : दिल्ली के लिए निकलेंगे और अगले दिन सुबह 8 बजे पहुंच जाएंगे।
तीन मुलाकातें बेहद अहम
COP26 के इतर मोदी करीब 8 देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात करेंगे। इनमें तीन देशों पर खासतौर पर नजरें रहेंगी। ये हैं- इजराइल, जापान और नेपाल। इजराइल के पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मोदी की काफी अच्छी दोस्ती थी। अब नफ्टाली बेनेट के हाथ में कमान है और मोदी से उनकी यह पहली मुलाकात है। बेनेट ने ग्लास्गो रवाना होने से काफी पहले ही कहा था कि वे भारत के साथ मजबूत रिश्ते रखना चाहते हैं। दोनों देशों के बीच रक्षा और खुफिया जानकारी पर सहयोग की काफी गुंजाइश है। भारत ड्रोन टेक्नोलॉजी पर भी इजराइल की मदद चाहता है।
इसी तरह जापान में भी नई सरकार है और दोनों देशों के बीच संबंधों में नए विस्तार की जरूरत है। नेपाल में चीन का विरोध बढ़ रहा है और भारत चाहता है कि दोनों देशों के बीच जो मुद्दे हैं उन्हें बातचीत से हल किया जाए।
बिल गेट्स से भी मुलाकात
प्रधानमंत्री भारत लौटने से पहले माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स से भी मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात पर भी नजरें रहेंगी। माना जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान भारत में निवेश और विस्तार की संभावनाओं पर गंभीर चर्चा होगी।