पीएम मोदी ने मेरठ में 700 करोड़ की लागत से यूपी का पहला खेल विश्वविद्यालय का दिया सौगात
पीएम मोदी नें मेरठ में यूपी के पहले खेल विश्वविद्यालय के शिलन्यास पर कहा ,"राष्ट्र रक्षा के लिए सीमा पर बलिदान हो या फिर खेल के मैदान में राष्ट्र के लिए सम्मान राष्ट्रभक्ति की लौ को सदा प्रज्जवलित किया है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नें रविवार (2 जनवरी) को मेरठ में 700 करोड़ की लागत से बनने वाले उत्तर प्रदेश के पहले खेल विश्वविद्यालय की सौगात दिया। पीएम ने यहां औघड़दानी की आराधना करने के बाद शहीदों को नमन किया। इसके बाद वह सलावा के लिए रवाना हुए। यहां पीएम ने खेल विश्वविद्यालय की नींव रखने से पहले खिलाड़ियों से संवाद किया।
मेरठ की स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी मेजर ध्यान चंद जी को समर्पित : पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि मेरठ, देश की महान संतान, मेजर ध्यान चंद जी की भी कर्मस्थली रहा है। कुछ महीने पहले केंद्र सरकार ने देश के सबसे बड़े खेल पुरस्कार का नाम दद्दा के नाम पर किया था। आज मेरठ की स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी मेजर ध्यान चंद जी को समर्पित की जा रही है। मेरठ और आसपास के इस क्षेत्र ने स्वतंत्र भारत को भी नई दिशा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। राष्ट्ररक्षा के लिए सीमा पर बलिदान हों या फिर खेल के मैदान में राष्ट्र के लिए सम्मान, राष्ट्रभक्ति की अलख को इस क्षेत्र ने प्रज्जवलित रखा है।
हाथ लंबा करोगे तो इधर योगी और उधर दिल्ली में मैं हूं : पीएम
पीएम मोदी ने शहर के रेवड़ी गज्जक, आभूषण, कपड़े, खेल के सामान, हथकरघा उद्योग का भी जिक्र किया। कहा कि अब दिल्ली की दूरी एक घंटे की रह गई है। अब गंगा एक्सप्रेस का जो काम होगा वह भी मेरठ से शुरू होगा। मेरठ देश का पहला ऐसा शहर होगा जहां मेट्रो और रैपिड रेल एकसाथ दौड़ेगी। आईटी पार्क का भी लोकापर्ण हो चुका है। यहीं डबल स्पीड, डबल इंजन की सरकार का उद्देश्य है कि विकास हो। कहा कि उधर हाथ लंबा करोगे तो योगी और इधर हाथ लंबा करोगे तो दिल्ली में मैं हूं। विकास की गति को आगे बढ़ाना है, तो नए जोश के साथ आगे बढ़ेंगे। उन्होंने युवाओं को खेल विश्विद्यालय के शिलान्यास की बधाई देकर अपने शब्दों को विराम दिया। अंत में पीएम मोदी ने जनता से 'वंदे मातरम' के नारे भी लगवाए।
राष्ट्र रक्षा के लिए बलिदान या फिर खेल के मैदान राष्ट्रभक्ति की लौ को सदा प्रज्जवलित किया है
सीएम योगी के संबोधन के बाद पीएम मोदी ने खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि महाभारत काल से लेकर जैन तीर्थंकरों से लेकर पंच पांडवों से लेकर देश की आस्था को उर्जावान किया है। कहा कि बाबा औघड़नाथ मंदिर से जो आजादी की ललकार उठी और दिल्ली कूच किया। आज उन्हीं की याद में आजादी का अमृत मोहत्सव मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां आने से पहले मुझे औघड़नाथ मंदिर जाने का अवसर मिला। शहीद स्मारक के स्वतंत्रता संग्राम संग्रालय में उस अनुभूति को महसूस किया। राष्ट्र रक्षा के लिए सीमा पर बलिदान हो या फिर खेल के मैदान में राष्ट्र के लिए सम्मान राष्ट्रभक्ति की लौ को सदा प्रज्जवलित किया है।
अपराधियों के साथ जेल जेल खेल रही है योगी सरकार : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि यूपी की पहले स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के लिए बहुत बधाई देता हूं। 700 करोड़ की लागत से बनने वाली यह यूनिवर्सिटी ऐसी पहली यूनिवर्सिटी होगी जहां खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मिलेंगी। यहां से हर साल एक हजार से ज्यादा बेटे बेटियां बेहतरीन खिलाड़ी बनकर निकलेंगे। यानी अब क्रांतिवीरों की नगरी खेलवीरों की नगरी के रूप में खुद को सशक्त करेगी। कहा कि पिछली सरकारों में अपराधी अपना खेल खेलते थे माफिया अपना खेल खेलते थे। पहले माफिया अपना टूर्नामेंट खेलते थे। बेटियों पर फब्तियां कसने वाले खुलेआम घूमते थे। पहले की सरकार अपने खेल में लगी रहती थी। उनके खेल का ही नतीजा था कि लोग अपना पुश्तैनी घर छोड़ने पर मजबूर हो गए थे। अब योगी जी की सरकार ऐसे अपराधियों के साथ जेल जेल खेल रही है।
हमारे मेरठ और आसपास वाले तो कभी भूल नहीं सकते कि लोगों के घर जला दिए जाते थे। और पहले की सरकार अपने केल में लगी रहती थी। पहले की सरकारों के खेल का ही नतीजा था कि लोग अपना पुश्तैनी घर छोड़कर पलायन के लिए मजबूर हो गए थे। यूपी में पहले क्या-क्या खेल होते थे, अब योगीजी की सरकार ऐसे अपराधियों के साथ जेल-जेल खेल रही है।
पहले बेटियां घर से निकलने में डरती थी: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि "पहले बेटियों पर फब्तियां कसने वाले खुलेआम घूमते थे, इस लिए बेटियां घर से निकलने में डरती थी। आज मेरठ की बेटियां खेल में अपना परचम लहरा रही हैं, नाम रोशन कर रही हैं।" कहा कि 21वीं सदी के भारत में सबसे बड़ा दायित्व युवाओं के पास ही है। 21वीं सदी का मंत्र है कि 'युवाजनों जेन गत तेन पंथ:'
जिधर युवा चलेगा उधर भारत चलेगा: पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि यहां मेरठ के सोतीगंज बाजार में गाड़ियों के साथ होने वाले खेल का भी अब The End हो रहा है। अब UP में असली खेल में बढ़ावा मिल रहा है। UP के युवाओं को खेल की दुनिया में छा जाने का मौका मिल रहा है। युवा नए भारत का कर्णधार भी है, विस्तार भी है। युवा नए भारत का नियंता भी है, नेतृत्वकर्ता भी है। आज के युवाओं के पास प्राचीनता की विरासत भी है, आधुनिकता का बोध भी है। जिधर युवा चलेगा उधर भारत चलेगा और जिधर भारत चलेगा उधर ही अब दुनिया चलने वाली है।
पहले खिलाडियों का टैलेंट बंदिशों में जकड़ा हुआ था: पीएम
गांव में कोई खुद को खिलाड़ी बताता था कि लोग कहते थे कि खेलते हो वह तो ठीक है लेकिन काम क्या करते हो। ज्यादातर खेलों के प्रति बेरुखी बढ़ती गई। दुनिया की हॉकी प्राकृतिक मैदान से भाई भतीजावाद, भ्रष्टाचार का खेल, और पारदर्शिता का तो नामो निशान नहीं। ये हर खेल का हाल है। देश के युवाओं का जो अभिन्न टेलेंट था वह बंदिशों में जकड़ा हुआ था। 2014 में खिलाड़ियों के टेलेंट को उन बंदिशों से निकालने का काम किया।
खिलाड़ियों के सामर्थ्य को बढ़ाने के लिए हमारी सरकार ने चार शस्त्र दिए हैं: पीएम
खिलाड़ियों के सामर्थ्य को बढ़ाने के लिए हमारी सरकार ने अपने खिलाड़ियों को चार शस्त्र दिए हैं। संसाधन, ट्रेनिंग की आधुनिक सुविधा, अंतरराष्ट्रीय एक्सपोजर, चयन में परदर्शिता। पीएम मोदी ने कहा कि देश में खेलों के लिए जरूरी है कि हमारे युवाओं में खेलों को लेकर विश्वास पैदा हो, खेल को अपना प्रॉफ़ेशन बनाने का हौसला बढ़े। यही मेरा संकल्प भी है, और सपना भी।