पीएम मोदी आज प्रयागराज में बोले, 'शादी की उम्र 21 करने पर किसे तकलीफ हो रही है?'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज संगमनगरी प्रयागराज में मातृशक्ति के महाकुंभ में भाग लेने पहुंचे। वहां उन्होंने कहा की भाजपा सरकार के योजनाओं से सबसे ज्यादा महिलाएं लाभांवित हुई हैं।
प्रयागराज: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज संगमनगरी में मातृशक्ति के महाकुंभ में भाग लेने पहुंचे थे। यहां पीएम मोदी ने लाखों महिलाओं को पुष्टाहार प्लांट, सुमंगला योजना के तहत डीबीटी लाभ और अन्य कई सौगातें दीं।
पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत हमेशा की तरह लोगों के अभिवादन और स्थानीय भाषा में किया। वह बोले पिछले वर्ष कुंभ में हम ई पवित्र धरती पर आवा रहे, तब संगम में डुबकी लगाके अलौकिक आनंद आवा रहा। पीएम ने कहा कि प्रयागराज से साहित्य की जो त्रिवेणी बही उसे आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी संपादक भी रहे। हमारी मातृशक्ति की प्रतीक यह तीर्थ नगरी मां गंगा यमुना और सरस्वती की संगम नगरी रही है। ये हमारा सौभाग्य है कि आप महिलाएं हमें आशीर्वाद देने आई हैं।
पिछली सरकारों का दौर नहीं आने देंगी महिलाएं - पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि जिन 202 पुष्टाहार प्लांट का आज उद्घाटन हुआ है उससे महिलाओं को काम भी मिलेगा और सुविधा भी। इन योजनाओं ने यूपी की महिलाओं का जीवन बदलना शुरू कर दिया है। आज मुझे एक हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर करने का अवसर मिला। अब पहले की सराकारों वाला दौर महिलाएं वापस नहीं आने देंगी। यूपी की महिलाओं को योगी सरकार ने जो सम्मान दिया है वो अभूतपूर्व है। महिलाओं का जीवन पीढ़ियों का जीवन बदलने वाला होता है। इसलिए 2014 में मां भारती के बड़े सपनों और आकांक्षाओं को साकार करने का बीड़ा उठाया तो बेटी के सपनों को पूरा करने का निश्चय किया। बेटियां जन्म लें इसके लिए हमने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के माध्यम से समाज की चेतना को जगाने का प्रयास किया। इससे कई राज्यों में बेटियों की जनसंख्या में वृद्धि हुई है। इसलिए मैटरनिटी लीव छह महीने की गई है।
सरकार के योजनाओं का सबसे अधिक लाभ महिलाओं को - पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि अब तक 2000 करोड़ महिलाओं को 10 हजार करोड़ से अधिक रुपये गर्भावस्था के दौरान दिए जा चुके हैं। सैनिटरी पैड को भी हमने गरीब से गरीब बेटियों तक पहुंचाने के लिए हर काम किया। सुकन्या राशि के तहत लाखों अकाउंट खुले हैं ताकि बच्चियों को पढ़ाई में मदद मिल सके। स्वच्छ भारत के तहत करोड़ों शौचालय बनने से, उज्ज्वला योजना से गैस मिलने से, हर घर जल मिलने से भी उनके जीवन में वृद्धि हुई है। सबसे अधिक लाभ महिलाओं को इन योजनाओं का हुआ है। पहले पैसे के अभाव में इनके जीवन पर संकट रहता था अब 5 लाख का इलाज मिलने से उनकी ये चिंता दूर हुई है।
अब महिलाएं बनेगी घर की मुखिया - पीएम
पीएम ने बताया कि अगले कुछ वर्षों में घर का मालिकाना हक महिला के नाम होगा। महिला स्वयं सहायता समूह असल में राष्ट्र सहायता समूह है, जो महिलाओं के लिए बहुत ही लाभदायक है। इसमें 5 सालों में 13 गुना बढ़ोतरी हुई है। शहर हो या गांव महिलाओं के लिए हमारी सरकार हर छोटी बड़ी सुविधा दे रही है। हमने मुफ्त राशन देने की व्यवस्था हमारी सरकार ने की है। खदानों में महिलाओं के काम करने पर जो बंदिश थी हमारी सरकार ने हटाई। रेप जैसे संगीन अपराधों की तेज सुनवाई के लिए 700 फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित कर चुकी है। तीन तलाक के विरुद्ध कानून हमने बनाया। कुछ दिन पहले ही हमारी सरकार ने बेटियों की शादी की उम्र 21 साल करने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन किसे इससे तकलीफ हो रही है ये सभी देख रहे हैं। पहले यूपी में माफियाराज था, गुंडों की हनक हुआ करती थी, पहले बहन-बेटियों को सड़क पर निकलने में मुश्किल होती थी। आज यूपी में सुरक्षा भी है अधिकार भी है, संभावनाएं भी हैं , यूपी में व्यापार भी है। माताओं-बहनों का आशीर्वाद है तो यूपी को कोई अंधेरे में नहीं धकेल सकता। हमारा यूपी आगे बढ़ेगा आज ये संकल्प लें।
पीएम मोदी ने बोला विपक्ष पर हमला
पीएम मोदी ने प्रयागराज में एक बैठक के दौरान बोलते हुए कहा, "पांच साल पहले तक, उत्तर प्रदेश में माफिया-राज और गुंडाराज था। सबसे ज्यादा पीड़ित महिलाएं थीं। लेकिन आप कुछ नहीं कह सकते थे। अगर आप पुलिस थानों में गए, तो एक फोन कॉल बलात्कारियों और अपराधियों के पक्ष में आएंगे। लेकिन योगी सरकार ने अपराधियों को उनकी जगह पर खड़ा कर दिया है।"
आगे पीएम मोदी ने कहा, "केंद्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पहले, महिलाओं की शादी की उम्र 18 साल थी। लेकिन लड़कियां भी पढ़ाई के लिए अधिक समय चाहती हैं। इसलिए हम शादी की उम्र को बढ़ाकर 21 करने की कोशिश कर रहे हैं।" कहा। "अगर किसी को इससे कोई समस्या है, तो वे (महिलाएं) इसे भी देख रही हैं।"
"महिलाओं ने महसूस किया है कि वे अब अपने घरों तक ही सीमित नहीं रहना चाहती हैं, वे अब वापस नहीं जाना चाहतीं जैसे चीजें हुआ करती थीं। इसलिए, वे राज्य में पिछली सरकारों को वापस नहीं लाना जानती हैं जिन्होंने उनके लिए कुछ नहीं किया। आज महिलाएं जानती हैं कि कौन सी पार्टी उनके फायदे के लिए काम करती है।"