राजकोट: पिछले 8 सालो में देश की जनता का नहीं झुकने दिया सिर – पीएम मोदी
गुजरात के राजकोट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि गरीबों की सरकार होती है तो कैसे उसकी सेवा करती है, उन्हें सशक्त करने के लिए काम करती है, ये आज पूरा देश देख रहा है।
गुजरात के राजकोट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली को संबोधित किया। जहां उन्होंने कहा कि, गुजरात के लोगों ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है। इस दौरान पीएम मोदी ने पिछले 8 साल में किए गए कार्यों को गिनाया। उन्होंने कहा कि, हमने कोरोना में लोगों को सुविधाएं देने का काम किया। वैक्सीन के लिए किसी को भी एक रुपया भी खर्च नहीं करना पड़ा। इन 8 सालों में हमने किसी भी भारतीय का सिर झुकने नहीं दिया।
हमने आपका और देश का सिर झुकने नहीं दिया – पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि, पिछले 8 साल में गलती से भी कुछ ऐसा नहीं होने दिया है, जिसके कारण आपके या देश के किसी नागरिक को अपना सिर झुकाना पड़े। इन वर्षों में हमने गरीब की सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मंत्र पर चलते हुए हमने देश के विकास को नई गति दी है।
प्रधानमंत्री ने यूक्रेन-रूस युद्ध का जिक्र करते हुए कहा कि, इन परिस्थितियों में भी हमने प्रयास किया कि हमारे गरीब वर्ग और मिडिल क्लास को मुश्किलों का सामना ना करना पड़े। हमारी सरकार नागरिकों तक सुविधा पहुंचाने के लिए अभियान चला रही है।
संकट के समय गरीबों के लिए खोले देश के अन्न भंडार – पीएम
पीएम मोदी ने अपनी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि, हमारी माता-बहनों के जनधन बैंक खाते में सीधे पैसे जमा किए। किसानों और मज़दूरों के बैंक खाते में पैसा जमा किया। हमने मुफ्त गैस सिलेंडरों की भी व्यवस्था की ताकि गरीब की रसोई चलती रहे। गरीबों की सरकार होती है तो कैसे उसकी सेवा करती है, उन्हें सशक्त करने के लिए काम करती है, ये आज पूरा देश देख रहा है। 100 साल के सबसे बड़े संकट काल में भी देश ने ये लगातार अनुभव किया है। महामारी शुरु हुई तो, गरीब के सामने खाने-पीने की समस्या हुई, तो हमने देश के अन्न भंडार खोल दिए।
उन्होंने आगे कहा कि, हमारी सरकार सुविधाओं को शत प्रतिशत नागरिकों तक पहुंचाने के लिए अभियान चला रही है। जब हर नागरिक तक सुविधाएं पहुंचाने का लक्ष्य होता है तो भेदभाव भी खत्म होता है, भ्रष्टाचार की गुंजाइश भी नहीं होती।