यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार को वीरता के लिए पुलिस पदक दिया जाएगा। उनके साथ पांच और पुलिस अफसरों को उनकी विशिष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया जाएगा।
गणतंत्र दिवस के मौके पर दिए जाने वाले पदक व प्रशंसा चिन्ह की घोषणा मंगलवार को कर दी गई। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी सूची के अनुसार, उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार को वीरता के लिए पुलिस पदक दिया जाएगा। विशिष्ट कार्यशैली के कारण बेहद चर्चित प्रशांत कुमार को रियल लाइफ में सिंघम के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलावा उत्कृष्ट सेवा के लिए पांच अधिकारियों को चुना गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गणतंत्र दिवस के मौके पर इन सभी को सम्मानित करेंगे।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार द्वारा दिनांक 18.02.2020 को थाना कंकरखेड़ा जनपद मेरठ में पुलिस मुठभेड़ के दौरान अन्तर्राज्जीय एक लाख रूपये के इनामी अपराधी शिवशक्ति नायडू को मार गिराने में सफलता प्राप्त हुई। उक्त सफलता के लिये प्रशान्त कुमार को राष्ट्रपति द्वारा 26 जनवरी 2022 ( गणतन्त्र दिवस ) के अवसर पर वीरता के लिये राष्ट्रपति का पुलिस पदक की घोषणा किया गया है।
अपराधी शिवशक्ति नायडू पर उत्तर प्रदेश / दिल्ली में गम्भीर धाराओं के 14 अभियोग पंजीकृत थे और यूपी पुलिस द्वारा एक लाख रूपये का इनाम घोषित था। इसके पास से एक अद्द 9 एमएम कारबाईन फैक्ट्रीमेड , एक अद्द फैक्ट्रीमेड डीबीबीएल गन , भारी मात्रा में जिन्दा व खोखा कारतूस 9 एमएम / 12 बोर तथा एक अदद फॉरचूनर कार सफेद रंग बिना नम्बर की बरामदगी हुई । उक्त पुलिस मुठभेड़ में इस अपराधी द्वारा जान से मारने की नियत से गोली चलायी गय, जो प्रशान्त कुमार की बुलेटप्रूफ जैकेट में फंस गयी । इससे स्पष्ट है कि यदि प्रशान्त कुमार बुलेटप्रूफ जैकेट नहीं पहने होते तो उनकी जान को खतरा हो सकता था।
प्रशांत कुमार उत्तर प्रदेश कैडर के 1990 बैच के आईपीएस अफसर हैं। उत्तर प्रदेश में अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था जैसे महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी संभालने वाले प्रशांत कुमार मेरठ में योगी आदित्यनाथ सरकार के कामकाज संभालने के बाद मेरठ में आइजी जोन के पद पर तैनात थे। अपराधियों के खिलाफ उन्होंने बड़ी मुहिम छेडऩे के साथ ही कांवड़ यात्रा के दौरान कावंडियों पर हेलिकाप्टर से पुष्पवर्षा भी की थी। एडीजी प्रशांत कुमार की जहां भी तैनाती हुई अपराध और अपराधी हमेशा उनके टारगेट पर रहे। मूलत बिहार के सिवान जिले के निवासी प्रशांत कुमार का आईपीएस में चयन 1990 में तमिलनाडु कैडर में हुआ था। 1994 में निजी कारणों से यूपी कैडर में ट्रांसफर हो गए।
एडीजी फायर सर्विस विजय प्रकाश, देवरिया के एसपी/ डीआईजी श्रीपति मिश्रा, झांसी के असिस्टेंट रेडियो अफसर सुशील पाण्डेय, अयोध्या के असिस्टेंट रेडियो अफसर मिश्रीलाल शुक्ला और कानपुर कमिश्नरेट के सब इंस्पेक्टर कृष्ण चंद्र मिश्रा।
आगरा के आईजी नचिकेता झा, लखनऊ के डीसीपी ट्रैफिक सुभाष चंद्र शाक्य, एसपी विजिलेंस डाक्टर अरविंद चतुर्वेदी, फतेहपुर के एडिशनल एसपी राजेश कुमार समेत 72 अफसर।
प्रशान्त कुमार को अदम्य साहस , कर्तव्यपरायणता , उच्चकोटि की दक्षता एवं कुशल नेतृत्व प्रदान करने के लिये तीसरी बार वीरता के लिये राष्ट्रपति का पुलिस पदक प्रदान किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त प्रशान्त कुमार को समय - समय पर निम्नांकित पदकों / अलंकरणों से सम्मानित किया गया है।
प्रशान्त कुमार द्वारा जनपद सीवान , बिहार राज्य के एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार में जन्म लेकर अपनी प्रारम्भिक शिक्षा बिहार से प्रारम्भ करते हुये उच्च शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय से प्राप्त कर अपने कठिन परिश्रम व लगन से भारतीय पुलिस सेवा में वर्ष 1990 में चयनित होकर अपना उत्तरोत्तर योगदान दिया जा रहा है ।
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