दबंग सांसदों में गिने जाते हैं बृज भूषण सिंह, पहलवान को जड़ दिया था थप्पड़, जानें- इनके बारे में
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह खुद भी पहलवान रह चुके हैं। 2019 में वह छठी बार लोकसभा सदस्य बने थे। उनकी गिनती बाहुबली और दबंग सांसदों में होती है। उन्होंने हालिया विवाद के बाद इस्तीफा देने से मना कर दिया और कहा कि हर तरह की जांच के लिए तैयार हूं।
देश के नामी पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि जब तक वह इस्तीफा नहीं दे देते धरना प्रदर्शन चलता रहेगा। जकार्ता एशियाई खेलों की विजेता विनेश फोगाट ने चेतावनी दी है कि अगर अध्यक्ष ने इस्तीफा नहीं दिया तो पुलिस में शिकायत की जाएगी। उनके पास पांच-छह महिला पहलवानों के यौन शोषण के साक्ष्य मौजूद हैं।
इस पर खेल मंत्रालय के अधिकारियों और प्रतिनिधियों के बीच बृहस्पतिवार को बातचीत बेनतीजा रही। मंत्रालय ने सभी मांगे मानते हुए धरना खत्म करने को कहा पर विनेश ने कहा कि किसी भी तरह का आश्वासन मंजूर नहीं है। उधर, भारतीय कुश्ती संघ ने 22 जनवरी को अयोध्या में आमसभा की आपात बैठक बुलाई है। चर्चा है कि बृजभूषण शरण सिंह इस्तीफा दे सकते हैं।
बृजभूषण शरण सिंह यूपी के केसरगंज लोकसभा सीट से सांसद हैं और 2019 में छठी बार लोकसभा के सदस्य चुने गए हैं। वह बीते 11 साल से कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद पर काबिज हैं। अपनी युवावस्था में वह खुद भी पहलवान रह चुके हैं। अब राजनीति के अखाड़े से लेकर कुश्ती महासंघ में दांव आजमा रहे हैं।
भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर पहली बार बने थे सांसद
बृजभूषण शरण सिंह 1991 में भाजपा के टिकट से चुनाव लड़कर पहली बार संसद पहुंचे थे। वह 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में आरोपी रह चुके हैं। वह 1999 और 2004 में भी भाजपा के टिकट में संसद में पहुंचे, लेकिन 2009 में उन्होंने समाजवादी पार्टी के टिकट से लोकसभा में जगह बनाई। बृजभूषण प्रधानमंत्री मोदी के संदेश के बाद 2014 में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुए थे। उनकी गिनती बाहुबली और दबंग सांसदों में होती है।
बीते दिनों उन्होंने केंद्रीय शहरी व विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी पर भी तल्ख टिप्पणी की थी लेकिन भाजपा नेतृत्व की तरफ से उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। रांची में अंडर-15 राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप में उन्होंने एक पहलवान को मंच पर ही थप्पड़ जड़ दिया था। यह पहलवान 15 वर्ष से अधिक की उम्र का था बाद में उसे प्रतियोगिता से ही बाहर कर दिया गया। पहलवान उत्तर प्रदेश से था और प्रतियोगिता का हिस्सा बनना चाहता था। सांसद ने आपा खो दिया और उसे थप्पड़ मार दिया।
फिलहाल बृजभूषण शरण सिंह ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है। उन्होंने बयान जारी कर कहा कि ये सभी आरोप बेबुनियाद और मनगढ़ंत हैं। मैं किसी भी जांच का सामने करने को तैयार हूं। अगर आरोप सही साबित हुए तो खुद फांसी पर लटक जाऊंगा।