सीएम रहते हुए मुलायम सिंह यादव के वे अहम फैसले, जो सपा के लिए मील का पत्थर साबित हुए
अपनी योजनाओं और फैसलों की वजह से मुलायम लंबे समय तक यूपी के लिए प्रासंगिक बन गए। मुलायम 3 बार मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे। इस दौरान उन्होंने कुछ ऐसे अहम फैसले लिए, जो समाजवादी पार्टी और खुद मुलायम सिंह यादव के लिए मील का पत्थर साबित हुए।
मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) उत्तर प्रदेश की राजनीति के अहम किरदार रहे। सीएम की कुर्सी पर बैठने के बाद सियासत के तीन दशक में मुलायम कभी अप्रासंगिक नहीं रहे। वह 3 बार मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे। इस दौरान उन्होंने कुछ ऐसे अहम फैसले लिए, जो समाजवादी पार्टी और खुद मुलायम सिंह यादव के लिए मील का पत्थर साबित हुए। इन फैसलों की वजह से मुलायम लंबे समय तक यूपी के लिए प्रासंगिक बन गए।
नेताजी ने जो कुछ अहम फैसले लिए और योजनाएं शुरू कीं उनमें कन्या विद्या धन, बेरोजगारी भत्ता जैसी चीजें अहम रहीं। एक रुपये में पर्चा बनवाकर सरकारी अस्पतालों में इलाज की योजना हो या फिर गांवों में शौचालय के लिए निर्मला गांव योगदान हो। साथ ही शहीदों का शव उनके घर तक पहुंचाने की कवायद, पुलिस विभाग में आउट ऑफ टर्म प्रमोशन और जिप्सी से हाइवे पेट्रोलिंग जैसी योजनाओं ने उन्हें स्थापित कर दिया।
बेरोजगारी भत्ता: मुलायम ने सीएम रहते युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने की शुरुआत की थी। मायावती ने सरकार बनने पर इसे बंद कर दिया था। 2012 में अखिलेश के सीएम बनने के बाद "1000/माह का भत्ता फिर शुरू किया गया।
कन्या विद्या धन: यह योजना भी मुलायम ने शुरू की थी। लड़कियों की उच्च शिक्षा के लिए उन्हें 25 हजार रुपये दिए जाते थे।
यश भारती सम्मान: कला, साहित्य, खेल की विभूतियों को सम्मानित करने की योजना मुलायम के कार्यकाल में ही शुरू हुई थी। संस्कृत विद्यालयों को मान्यता भी उन्हीं के कार्यकाल में मिली।
1 रुपये का पर्चा: सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए एक रुपये में पर्चा बनाने की योजना भी मुलायम ने शुरू की।
पुलिस में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन: साहस, शौर्य और बेहतर कार्यों के लिए पुलिस में आउट आफ टर्न प्रमोशन की शुरुआत मुलायम के कार्यकाल में हुई।
शहीदों को सम्मान: रक्षामंत्री रहते हुए शहीदों के शव उनके घर पहुंचाने की शुरुआत करवाई। इससे पहले उनके कपड़े और टोपी भेजी जाती थी।
जिप्सी से हाइवे पेट्रोलिंग: जिस दौरान थानों में एक या दो जीप हुआ करती थीं, तब मुलायम ने हाइवे पट्रोलिंग के लिए पुलिस को जिप्सियां दिलवाई थीं।
निर्मल गांव योजना: मुलायम ने गांवों में शौचालय बनवाने के लिए अनुदान ("3,500) की शुरुआत की थी।
भूमि सेना योजना: पहली बार सीएम बनने पर मुलायम ने भूमिहीन किसानों को बंजर जमीनें दी थीं, ताकि वे उन्हें उपजाऊ बना सकें।