यूपी नगर निकाय चुनाव में भी अपर्णा यादव को नहीं मिला मौका, BJP लीडरशीप को लेकर दिया बड़ा बयान
चुनाव दर चुनाव टिकट ना मिलने के सवाल पर अपर्णा यादव ने खुलकर बोला है। उन्होंने कहा किसी लालच के लिए पार्टी (बीजेपी) में नहीं आई। जब छह मंत्री भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर के जा रहे थे तब अपर्णा यादव ने पार्टी जॉइन की थी। बीजेपी का लीडरशिप उनके बारे में जरूर सोचेगा।
उत्तर प्रदेश नगरीय निकाय चुनाव के जरिए शहर में सरकार बनाने के लिये सभी राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। 4 मई को पहले चरण के लिये लखनऊ समेत कुल 37 जिलों में वोटिंग होनी है। वहीं लखनऊ नगर निगम से बीजेपी मेयर प्रत्याशी सुषमा खरकवाल को जिताने के लिए बीजेपी नेत्री अपर्णा यादव भी पूरे जी जान से जुटी है। हालांकि लखनऊ मेयर के लिये अपर्णा यादव का नाम भी तेजी से चल रहा था। लेकिन लखनऊ मेयर के लिए बीजेपी उम्मीदवार के नाम की घोषणा होने के बाद सभी कयासों पर विराम लग गया था। वहीं लगातार चुनाव के समय सिर्फ चर्चाओं तक सीमित रह जाने वाली अपर्णा यादव ने कहा कि जब 6 मंत्री छोड़कर चले गए थे, उस वक्त बीजेपी जॉइन की थी। बीजेपी का लीडरशिप जरूर उनके बारे में सोचेगा, उन्हें इस बात का यकीन है।
मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू और बीजेपी नेत्री अपर्णा यादव ने चुनाव दर चुनाव बीजेपी से टिकट ना मिलने को लेकर पहली बार खुलकर बोला है। बीजेपी नेत्री अपर्णा यादव ने कहा कि मैं किसी लालच के लिये पार्टी (बीजेपी) में नहीं आई हूं। उन्होंने बताया कि मैंने जब बीजेपी जॉइन की थी, तभी मैंने बड़ा साफ तरीके से अपनी भावना रखी थी। लेकिन लोग तो शायद इस लिये पार्टी जॉइन करते हैं ताकि उनको पद, प्रतिष्ठा मिल जाए। एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम के दौरान अपर्णा यादव ने बड़ी ही बेबाकी से सवालों का जवाब दिया। अपर्णा यादव ने कहा कि यह सभी लोग जानते हैं कि अपर्णा यादव में इतना दम है कि जब छह मंत्री भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर के जा रहे थे, तब उन्होंने पार्टी जॉइन की थी।
राष्ट्रवाद के लिए बीजेपी जॉइन की- अपर्णा
बीजेपी नेत्री अपर्णा यादव ने कहा मैंने बीजेपी जॉइन करके किस तरह से एक परसेप्शन का नाम चेंज किया। इस बात की सभी लोगों को समझ है। उन्होंने कहा कि मैं (अपर्णा यादव) एक कार्यकर्ता के लिए काम कर रही हूं। मेरी एक नैतिक जिम्मेदारी बनती है, क्योंकि मैंने राष्ट्रवाद के लिये यह पार्टी (बीजेपी) जॉइन की है। साथ ही बीजेपी नेत्री अपर्णा यादव ने कहा कि बीजेपी का जितना भी लीडरशिप है, वो उनके बारे में जरूर सोचेगा। इस पर उन्हें पूरा यकीन है। वहीं अपर्णा यादव की बीजेपी की लखनऊ मेयर पर सुषमा खरकवाल के चुनाव प्रचार कर रही हैं। इसके साथ ही अपर्णा ने भारतीय जनता पार्टी द्वारा घोषित लखनऊ महापौर की प्रत्याशी सुषमा खर्कवाल और समस्त भाजपा पार्षद प्रत्याशियों के लिए वोट की अपील की।
विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में हुई थी शामिल
अपर्णा यादव सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता के बेटे प्रतीक यादव की पत्नी है। अपर्णा ने बीते यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले बीजेपी का दामन थामा था। बीजेपी में अपर्णा यादव के शामिल होने के बाद ये चर्चा होने लगी थी कि बीजेपी अपर्णा यादव को कैंट विधानसभा सीट से उम्मीदवार बना सकती है, लेकिन वहां से वर्तमान उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को टिकट थमाकर अपर्णा के अरमानों पर पानी फेर दिया गया था।
अपर्णा यादव फिलहाल किसी सदन की सदस्य नहीं
इसी तरह विधानसभा चुनाव के बाद हुए राज्यसभा और विधानपरिषद के चुनाव में भी अपर्णा को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं चली, लेकिन वो सिर्फ चर्चा ही रह गई। वहीं मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण हुए मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में भी अपर्णा यादव को लेकर भी चर्चा सामने आई थी, लेकिन उस चुनाव में भी बीजेपी ने अपर्णा यादव पर भरोसा नहीं जताया। अब हो रहे निकाय चुनाव में ये कयास लगाए जा रहे थे कि बीजेपी अपर्णा यादव को लखनऊ मेयर के लिए प्रत्याशी बनाया सकती है, लेकिन इस बार भी ऐसा संभव नहीं हो पाया है।