माफिया अतीक के ढहाए गए कर्बला स्थित कार्यालय में मिले खून के निशान, मौके पर पहुंची पुलिस
माफिया अतीक अहमद के कर्बला स्थित ढहाए गए कार्यालय में खून के निशान मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया। कार्यालय में रखे महिला के दुपट्टे और कुर्ती में खून के निशान मिले हैं। मौके पर खुल्दाबाद पुलिस मौजूद है।
उमेश पाल हत्याकांड और फिर अतीक अहमद तथा अशरफ की हत्या के बाद भी सनसनीखेज गतिविधियां जारी हैं। हत्याकांड के 2 महीने बाद आज 24 अप्रैल को कर्बला में अतीक अहमद के तोड़े जा चुके कार्यालय भवन में चाकू और चारों तरफ खून के धब्बे मिलने से खलबली मच गई।
सीढ़ियों और कमरों में खून के निशान
खून के धब्बे निचले तल से लेकर दूसरी मंजिल के कमरों किचन और सीढ़ियों पर हैं। किचन में रखा सामान फैला हुआ है और हीटर सहित दूसरे तमाम वस्तुएं टूटे पड़े मिले। एक कमरे में सोफे पर महिला के कपड़े में भी खूब के धब्बे हैं। खुल्दाबाद थाना प्रभारी अनुराग शर्मा पुलिस टीम के साथ छानबीन कर रहे हैं।
अभी कुछ घटनाक्रम स्पष्ट नहीं हो सका है। ना तो कोई घायल मिला है और ना ही किसी का शव। मामला रहस्यमय बना हुआ है। फोरेंसिक टीम को जांच के लिए मौके पर बुलाया गया है।
15 अप्रैल को हुई थी अतीक-अशरफ की हत्या
अतीक-अशरफ को उमेश पाल हत्याकांड मामले में पुलिस ने रिमांड पर लिया था। हत्या वाले दिन दोनों पुलिस के साथ निशानदेही के लिए गए थे। वापसी में उनका मेडिकल काल्विन अस्पताल में हुआ था। वहां से निकलने के बाद मीडिया कर्मियों के वेश में आए अरुण मौर्य, लवलेश तिवारी और सनी ने मौका पाते ही अतीक-अशरफ को गोलियों से भून दिया था।
24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या
24 फरवरी को प्रयागराज में विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह रहे उमेश पाल और उसके दो सरकारी गनर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से इस हत्याकांड की जांच शुरू की तो उसमें माफिया अतीक अहमद का बेटा उमेश पाल पर गोलियां बरसाते हुए नजर आ रहा आया। पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल 4 आरोपितों को मुठभेड़ में मार गिराया, बाकी अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है।