आखिर अतीक की पत्नी शाइस्ता को किसने करवाया फरार... पुलिस के हाथ आकर कैसे फिसल गई माफिया की बीवी? सवाल बरकरार
उमेश पाल मर्डर के बाद पुलिस ने शाइस्ता परवीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। 3 दिन पूछताछ के बाद फिर छोड़ दिया गया। इस बीच वह अपने बेटों को लेकर मीडिया से भी बात करती रहीं। फरार कैसे हो गई, यह सवाल बरकरार है।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद और उसका परिवार आरोपी है। शूटर्स से लेकर गुर्गों तक के खिलाफ ऐक्शन जारी है। बीती शाम भी अतीक के टूटे दफ्तर पर छापा मारकर कैश और हथियार जब्त किए गए। साथ ही अतीक के ड्राइवर और मुंशी को भी गिरफ्तार किया गया। हालांकि शूटआउट में शामिल रहा अतीक का बेटा असद और मास्टरमाइंड बताई जा रहीं शाइस्ता परवीन अभी भी फरार हैं। शाइस्ता की गिरफ्तारी को लेकर कई सवाल लोगों की जुबान पर हैं।
पुलिस ने अतीक गैंग के सहयोगी 5 आरोपियों को मंगलवार को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपी कैस अहमद, अतीक अहमद के यहां पिछले 16 साल से ड्राइवर था। वहीं दूसरा आरोपी राकेश कुमार उर्फ नाकेश कुमार उर्फ लाला, अतीक अहमद का नौकर और मुंशी था। वह पिछले 19 वर्षों से माफिया के लिए काम कर रहा था।
इनकी निशानदेही पर अतीक अहमद के खंडहरनुमा ऑफिस से 72 लाख 37 हजार रुपये नकद, 5 पिस्टल, 5 तमंचा, मैगजीन, कारतूस बरामद किया। इनके बयान के मुताबिक ये सारी चीजें अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन और उनके बेटे असद ने दिया था। उनके ही कहने पर यहां छिपाकर रखा गया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 24 फरवरी की घटना के बाद देर रात FIR भी दर्ज हो चुकी थी। 25 फरवरी को अतीक अहमद की पत्नी को पुलिस ने पूछताछ के लिए उठाया था। उनका भी नाम FIR में था। बाद में पुलिस ने उन्हें 3 दिन बाद छोड़ दिया और वह अब पुलिस की गिरफ्त से दूर है। जबकि पुलिस ने उनके ऊपर इनाम भी घोषित कर दिया है।
कुछ सवाल हैं, जिसका जबाब पुलिस के पास भी नहीं है। पहला आखिर जब पुलिस ने शाइस्ता परवीन को पूछताछ के लिए पकड़ा तो फिर FIR में नामजद होने के वावजूद छोड़ा क्यों? पूछताछ में पुलिस के कई आला अधिकारी भी शामिल थे। 3 दिन तक पूछताछ किया। फिर भी जानकारी आखिर क्यों नहीं मिली?
चकिया के जिस मकान को 2 मार्च को जमीदोंज किया गया, वहां शाइस्ता परवीन घटना के बाद 2-3 दिन तक रही थी। वहां पुलिस और पीएसी का पहरा लगाया गया था। फिर कब इनके नौकर और ड्राइवर ने बैग और असलहे को अतीक अहमद के टूटे-फूटे ऑफिस में पहुंचा दिया। किसी को भनक तक नहीं लगी?
शाइस्ता परवीन अपने किराये के उसी घर से अपने बेटों को बेगुनाह बताती रही। इसके साथ ही कोर्ट में वकील के माध्यम से अर्जियां भी दाखिल करती रहीं थीं। इसके बावजूद शाइस्ता परवीन को गिरफ्तार नहीं किया गया। सबसे बड़ी बात अतीक अहमद की पत्नी, उमेश पाल हत्याकांड में नामजद शाइस्ता परवीन को किसके इशारे पर छोड़ा गया, इसको लेकर एसटीएफ के जांच अधिकारी भी हैरान हैं।
पुलिस जहां एक तरफ पुलिस अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन के ऊपर इनाम राशि बढ़ाने और पोस्टर जारी करने की तैयारी में है। वहीं इस बड़े सवाल से दूर भाग रही है। अब लुकआउट नोटिस जारी करने की तैयारी के बीच पुलिस को लेकर यह सवाल लोगों की जुबान पर है।