CM योगी ने प्रयागराज में किया 3357 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण, बोले- 'हमने जरूरत के आधार पर दिया लाभ'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को प्रयागराज में 3357 करोड़ कि योजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण किया। साथ ही अनुसूचित जाति महा सम्मेलन में सरकार की उपलब्धियां गिनाई। कहा कि जैसे प्रयागराज में गंगा यमुना और सरस्वती का संगम बनता है वैसे भारत में अनेक जातियां इसे सिंचित करती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को प्रयागराज में 3,357 करोड़ कि योजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण किया। साथ ही अनुसूचित जाति महा सम्मेलन में सरकार की उपलब्धियां गिनाई। कहा कि जैसे प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम बनता है वैसे भारत में अनेक जातियां इसे सिंचित करती है।
अनेक महापुरुष इसे पुस्पित पल्लवित करते रहे हैं। यह प्रयागराज ऋषि वाल्मीकि की धरती है। इसके लिए लालापुर का पुनरुद्धार कराया जाएगा। वहां पर रोपवे बनेगा। जिससे उनकी कुटिया तक जा सकेंगे।
वाराणसी में संत रविदास को याद किया जाएगा। संत रविदास ने कहा था कि मन चंगा तो कठौती में गंगा। बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर से संविधान की प्रेरणा लेकर आगे बढ़ रहे हैं। बाबा साहब को प्रधानमंत्री ने सम्मान दिया। उनसे जुड़े पंचशील तीर्थ बना रहे हैं। दिल्ली में जाइए बाबा साहब भीमराव आम्बेडकर का केंद्र देखिए। यूपी सरकार लखनऊ में बाबा साहब आम्बेडकर का स्मारक बना रही है।
सीएम बोले- बिना भेदभाव दिया जा रहा योजनाओं का लाभ
ये डबल इंजन की सरकार की ताकत है जो कहती है उसे समय से पहले पूरा करती है। जब से मोदी जी प्रधानमंत्री बने तब से हर योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के सबको दिया जा रहा है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा- यूपी में कोल, मुसहर आदि के लोगों को आवास देंगे। जमीन का पट्टा दिया जायेगा। सारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा। सोनभद्र और मिर्जापुर में अनुसूचित जाति के लोगों को आवास दिया गया। हमने जाति के आधार पर नहीं बल्कि लोगों को उनकी जरूरत के अनुसार योजनाओं का लाभ दिया।
2025 में फिर से प्रयागराज में महाकुंभ होना है उसकी तैयारी सरकार ने शुरू कर दी है। प्रयागराज की धरती महर्षि भारद्वाज और महर्षि वाल्मीकि की धरती है। यहां किसी के साथ भेदभाव को स्थान स्थान नहीं है।
2017 से पहले अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों की उपेक्षा होती थी। हमारी सरकार बनी तो छापा मारकर 17 लाख से अधिक राशन कार्ड पकड़ा था। पूर्व की सरकारों ने गरीबों को राशन से भी वंचित किया था। वहीं कोरोना काल में प्रधानमंत्री ने सबको राशन दिलाया।