प्रयागराज: शूआट्स की सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता ने सीएम योगी से मांगा न्याय, एक माह बाद भी नहीं हो सकी आरोपितों की गिरफ्तारी
प्रयागराज जिले के नैनी स्थित सैम हिग्गिनबाटम यूनिवर्सिटी आफ एग्रीकल्चर टेक्नोलाजी एंड साइंसेज (शुआट्स) व याशू टेब्रीकल चर्च से जुड़े 11 लोगों के खिलाफ जबरन मतांतरण कराने व सामूहिक दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराने वाली पीड़िता ने मुख्यमंत्री से गुहार लगा आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की है।
प्रयागराज जिले के नैनी स्थित शुआट्स व याशू टेब्रीकल चर्च से जुड़े 11 लोगों के खिलाफ जबरन मतांतरण कराने व सामूहिक दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराने वाली पीड़िता ने मुख्यमंत्री से गुहार लगा आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की है। पीड़िता ने जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत कर कहा है कि चार नवंबर को दर्ज मामले में एक माह भी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पीड़िता ने जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत कर कहा है कि चार नवंबर को दर्ज मामले में एक माह भी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पीड़ित युवती ने शुआट्स व याशू टेब्रीकल चर्च से जुड़े आरबीलाल उर्फ बाबाजी, रेखा पटेल, मोहम्मद इम्तियाज, रमाकांत दुबे, विनोद बी लाल, रानू प्रसाद, जहांनारा अहमद, डेविड फिलिप, सुनील जान व दो अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था।
बिंवार थाने में दी तहरीर के मुताबिक, युवती ने वर्ष 2005 में स्नातक की पढ़ाई के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया था। वहां एक महिला छात्रावास में रहती थी, तभी रेखा पटेल नाम की महिला के संपर्क में आई। उसके झांसे में आकर वह छह नवंबर 2005 को पहली बार याशू टैब्रीकल चर्च, म्योराबाद, प्रयागराज गई।
जहां आरोपितों से मुलाकात हुई, जिन्होंने नौकरी का प्रलोभन देकर मतांतरण कराने का दबाव बना कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया। साथ ही जबरन मतांतरण करा विवाहित युवक से शादी करा दी। बाद में युवक को कहीं भेज दिया, जिसकी अब कोई जानकारी नहीं है। बताया कि उसके एक बेटी भी है।
पीड़िता ने यह भी बताया कि आरोपित उसे अन्य व्यक्तियों के पास गलत काम के लिए भेजने के लिए दबाव बनाते थे। जिला शासकीय अधिवक्ता राजेश शुक्ल ने बताया कि उक्त प्रकरण में आरोपितों में मोहम्मद इम्तियाज के जमानत प्रार्थना पत्र पर सुनवाई के बाद उसकी अग्रिम जमानत को न्यायालय ने खारिज कर दिया था। बिंवार थाना प्रभारी निशिकांत राय ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। इस संदर्भ में कई लोगों के बयान भी लिए जा चुके हैं। पीड़िता ने जनसुनवाई पोर्टल में शिकायत की है।