रायबरेली: भाजपा विधायक अदिती सिंह पर जमीन कब्जाने का आरोप, हंगामे में मूक दर्शक बने रहे अफसर
रतापुर हाईवे पर जमीन पर जबरन कब्जा जमाने को लेकर सदर विधायक पर आरोप है। इस मामले को लेकर रविवार को जमकर हंगामा हुआ और घटनास्थल पर अफसरों का भी जमावड़ा देखने को मिला। लेकिन किसी ने भी कोई कार्रवाई नहीं की।
रतापुर के निकट हाईवे पर कीमती जमीन पर कब्जा को लेकर रविवार को जमकर हंगामा हुआ। एक पक्ष ने सदर विधायक पर जबरन कब्जा कराने का आरोप लगाया। सूचना पर सीओ सिटी, एसडीएम समेत समूचा प्रशासनिक अमला पहुंच गया। काफी देर तक गहमागहमी का माहौल रहा। हालांकि प्रकरण में कोई मुकदमा नहीं दर्ज हुआ है। वहीं सदर विधायक ने आरोप को गलत बताया।
रायबरेली-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर रतापुर चौराहा से कुछ दूरी पर कल्लू पुरवा के पास जमीन पर निर्माण चल रहा था। इस दौरान कुछ लोगों ने पहुंचकर विरोध करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते आसपास के लोग एकत्र हो गए। मौके पर सदर विधायक अदिति सिंह भी पहुंच गईं। इससे माहौल और गरम हो गया। सूचना पर सीओ सिटी वंदना सिंह, एसडीएम शिखा शंखवार समेत समूचा प्रशासनिक अमला पहुंच गया।
शीला सिंह, राज सिंह, पुष्पा सिंह, मुन्ना सिंह आदि विधायक पर जबरन जमीन पर कब्जा कराने का आरोप लगाने लगे। उनका कहना है कि हमारे बैनामा की जमीन पर कब्जा हो रहा है। इस दौरान सदर विधायक पर गंभीर आरोप भी लगाए। लेकिन मौके पर मौजूद अफसर दस्तावेज नहीं होने की बात बताकर कार्रवाई से बचते रहे। उधर, सदर विधायक अदिति सिंह ने आरोप को झूठा बताते हुए कहा कि गलत तरीके से बैनामा कराया गया है। इस संबंध में मिल एरिया इंस्पेक्टर संजय कुमार सिंह का कहना है कि मामला भूमि विवाद से जुड़ा हुआ है और कोर्ट में चल रहा है। दोनों पक्ष को मुकदमे के निष्कर्ष तक यथास्थिति बनाए रखने के लिए कहा गया है।
सत्ता पक्ष के दबाव में काम कर रहे अफसर
पीड़ितों ने प्रशासनिक अमले पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। बार-बार चिल्लाते हुए कह रहे थे कि सत्ता पक्ष के दबाव में अधिकारी काम कर रहे हैं। उन्हें ट्रांसफर होने का डर है। आखिर निर्माण को क्यों नहीं रोकवाया जा रहा है। इस दौरान जिम्मेदार महज मूकदर्शक ही बने रहे।