राहुल गांधी ने महामारी के दौरान MSME को बंद करने पर सरकार पर बोला हमला
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कोविड महामारी के दौरान 'सूक्ष्म, लघु और मझौले उद्यम मंत्रालय' (MSME) को बंद करने के मुद्दे पर सरकार पर हमला किया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कोविड महामारी के दौरान 'सूक्ष्म, लघु और मझौले उद्यम मंत्रालय' (MSME) को बंद करने के मुद्दे पर सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इसका मतलब दोस्तों को 'लाभ' है और कमजोर अर्थव्यवस्था में रोजगार के अवसर नहीं हैं।
राहुल गांधी नें कहा, 'सरकार ने संसद में स्वीकार किया है कि महामारी के दौरान नौ प्रतिशत सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम बंद हो गए हैं। मैंने सरकार से सूक्ष्म, लघु और मझौले उद्यम मंत्रालय के बारे में कुछ गंभीर सवाल पूछे थे और उनके जवाब में उन्होंने स्वीकार किया है कि नौ प्रतिशत एमएसएमई कोविड के समय में बंद हो गए हैं।'
गांधी ने एक ट्वीट में कहा, "पर मैंने सरकार से कुछ गंभीर प्रश्न किए थे जिनके जवाब में उन्होंने माना है कि कोविड काल में 9% 'सूक्ष्म, लघु और मझौले उद्यम' (MSME) बंद हो गयीं। यानि
मित्रों का फ़ायदा, अर्थव्यवस्था कमज़ोर, रोज़गार ख़त्म!"
राहुल गांधी गुरुवार को लोकसभा में अपने सवाल के जवाब में सरकार का लिखित जवाब भी साझा किया। सरकार ने गांधी के प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, "राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड ने अगस्त 2020 में एक ऑनलाइन सर्वेक्षण किया है, जिसमें 'सूक्ष्म, लघु और मझौले उद्यम मंत्रालय' (MSME) पर COVID-19 महामारी के प्रभाव का आकलन करने के लिए 32 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों में लगभग 5,774 MSMES को कवर किया गया है। उक्त सर्वेक्षण में पाया गया कि 91 प्रतिशत MSMES थे। COVID-19 के प्रभाव के कारण कार्यात्मक और नौ प्रतिशत MSMES बंद हो गए थे।”
इसने यह भी कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक ने सूचित किया है कि एमएसएमई क्षेत्र में एनपीए पर राज्यवार डेटा उनके पास उपलब्ध नहीं है।