जब मंच पर राहुल गांधी ने चूमा मां सोनिया गांधी का माथा, राष्ट्रीय अधिवेशन में दिखा मां-बेटे का प्यार
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कई खूबसूरत तस्वीरें सामने आई थी जिसमें वह अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा पर खूब प्यार लुटाते नजर आए। ऐसा ही कुछ अब 85वें कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन देखने को मिला।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कई खूबसूरत तस्वीरें सामने आई थी, जिसमें वह अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा पर खूब प्यार लुटाते नजर आए। ऐसा ही कुछ अब 85वें कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन देखने को मिला।
दरअसल, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस का 85वां राष्ट्रीय अधिवेशन 24 फरवरी से शुरू हो गया है और इसी को देखते हुए कांग्रेस की संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक भावुक भरा भाषण दिया।
राहुल ने चूमा अपनी मां का माथा
जब सोनिया गांधी अपना भाषण खत्म करके सीट पर बैठने लगी उसी दौरान राहुल गांधी खड़े हो गए और अपनी मां का अभिवादन कर उनका माथा चूम लिया। अधिवेशन में मौजूद सभी कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता इस आत्मीय और भावुक पल के गवाह बने।
सोनिया ने दिए थे संन्यास के संकेत
कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भाषण देते वक्त काफी भावुक हो गईं थी और अपनी यात्रा का जिक्र करते हुए उन्होंने राजनीतिक पारी से संन्यास लेने का संकेत भी दिया था। उन्होंने कहा था कि देशभर में चल रही भारत जोड़ो यात्रा के साथ उनकी राजनीतिक पारी भी अंतिम पड़ाव पर है।
सोनिया ने कहा, 'मनमोहन सिंह के सक्षम नेतृत्व के साथ 2004 और 2009 में कांग्रेस की जीत ने मुझे व्यक्तिगत संतुष्टि दी, लेकिन मुझे सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है कि मेरी कांग्रेस अध्यक्ष की पारी भारत जोड़ो यात्रा के साथ समाप्त हुई, जो कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ था।'
1998 से देखा अच्छा और बुरा दौर
बता दें कि सोनिया गांधी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में 1998 में पदग्रहण किया था। इसी को याद करते हुए कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि तब से अब तक मैंने अच्छा और बुरा दोनों तरह का अनुभव किया। उन्होंने कहा, 'मुझे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का भी महत्वपूर्ण सहयोग मिला।' सोनिया के राजनीति से संन्यास वाले बयान के बाद से काफी प्रतिक्रियाएं आने लगी लेकिन पार्टी ने इसका खंडन करते हुए साफ कर दिया कि उनकी ये टिप्पणी सिर्फ अध्यक्ष पद छोड़ने की है।