पोर्नोग्राफी केस : 20 महीने में करोड़पति हो गई कुंद्रा के राजदार की पत्नी हर्षिता, चौंकाने वाला खुलासा
कुंद्रा की कंपनी फ्लिज मूवीज की कमाई का हिस्सा शहर के श्यामनगर निवासी अरविंद कुमार श्रीवास्तव की पत्नी हर्षिता श्रीवास्तव के खाते में सीधे आता था।
पोर्नोग्राफी में फंसे फिल्म अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति बिजनेसमैन राज कुंद्रा का कानपुर कनेक्शन एकदम साफ हो गया है। कुंद्रा की कंपनी फ्लिज मूवीज की कमाई का हिस्सा शहर के श्यामनगर निवासी अरविंद कुमार श्रीवास्तव की पत्नी हर्षिता श्रीवास्तव के खाते में सीधे आता था।
अरविंद राज कुंद्रा के राजदारों में से एक है। यही वजह है कि महज 20 महीने में हर्षिता का बैंक खाता लखपति से करोड़पति हो गया। अमर उजाला के पास फ्लिज मूवीज ओपीसी प्राइवेट लिमिटेड और अरविंद कुमार श्रीवास्तव की ओर से भेजी गई हर रकम के साक्ष्य हैं। हर्षिता का मायका एमआईजी, ब्लॉक ए बर्रा-8 में है। पंजाब नेशनल बैंक में इनका वर्तमान खाता वर्ष 2002 में इनकी मां के नाम हुआ करता था। 10 जनवरी 2008 को यह हर्षिता और उनकी मां के नाम से ज्वाइंट एकाउंट हो गया।
उस वक्त इनके खाते में महज 20 हजार रुपये थे। मई 2019 से फरवरी 2021 के बीच इनके खाते में दो करोड़ रुपये से अधिक रकम पहुंची। 17 मई 2019 को पहली बार फ्लिज मूवीज ओपीसी प्राइवेट लिमिटेड के खाते से हर्षिता के खाते में 40 हजार रुपये पहुंचे थे। 15 जून को 60 हजार, 13 अगस्त को 90 हजार रुपये भेजे गए। इस तरह वर्ष 2019 में आठ महीने में कुल नौ ट्रांजैक्शन के जरिये 8.14 लाख रुपये खाते में जमा हुए। वर्ष 2019 का आखिरी भुगतान 31 दिसंबर को दो लाख रुपये का किया गया था।
40 दिन में पत्नी के खाते में भेजे 67 लाख रुपये
22 अक्तूबर 2020 से अरविंद ने खुद ही पत्नी के खाते में रकम भेजनी शुरू की। पहली बार ट्रायल के तौर पर पांच हजार रुपये भेजे। इसके चार दिन बाद 26 अक्तूबर को पांच लाख और फिर 29 अक्तूबर को पांच लाख रुपये भेजे। इसके बाद तीन, चार और 12 नवंबर को पांच-पांच लाख रुपये भेजे। वर्ष 2020 में ही 17 नवंबर को 20 लाख, 20 नवंबर को 10 लाख, 24 नवंबर को पांच लाख, 26 नवंबर को 10 लाख, 30 नवंबर को सात लाख रुपये भेजे। इस तरह से नवंबर 2020 में महज एक माह में अरविंद ने हर्षिता के खाते में 67 लाख रुपये ट्रांसफर किए।
सैलरी के नाम पर हर्षिता के खाते में आए 21.60 लाख
वर्ष 2020 में सिर्फ दो महीने ही फ्लिज की ओर रकम भेजी गई। इसके बाद रकम भेजने का तरीका बदला गया। मार्च, मई और जून में चार-चार लाख रुपये और जुलाई व अगस्त में 4.80 लाख रुपये दो बार सैलरी के रूप में पहुंचे। इस तरह से 21.60 लाख रुपये सैलरी के जरिये हासिल होना बताया गया है, जबकि हर्षिता के परिवार का कहना है कि वो जॉब नहीं करतीं।
आखिरी दो महीने में भेजे 95 लाख
अरविंद ने वर्ष 2021 में जनवरी और फरवरी में आठ बार में कुल 95 लाख रुपये पत्नी के खाते में जमा कराए। इनमें से एक जनवरी को सात लाख, दो जनवरी को 15 लाख, पांच जनवरी को 10 लाख, एक फरवरी को सात लाख, आठ फरवरी 13 लाख, नौ फरवरी को 15 लाख, 10 फरवरी को 13 लाख, 11 फरवरी को 15 लाख रुपये जमा हुए। अचानक से खाते में पैसा ओवरफ्लो हुआ तो क्राइम ब्रांच के अनुरोध पर बैंक ने खाते में ट्रांजैक्शन पर रोक लगा दी। वर्तमान में इस खाते में दो करोड़ 36 लाख एक हजार 620 रुपये जमा हैं।
हर्षिता के पिता और भाई सरकारी नौकरी में
हर्षिता के पिताजी एचसी निगम डीएमएसआरडी में मैटीरियल इंस्पेक्टर थे। वर्ष 2012 में इनका निधन हो गया था। परिवार में मां ही घर पर रहती हैं। हर्षिता का एक भाई अलौकिक एलआईसी मुंबई में अधिकारी है। मां ने बताया कि हर्षिता की शादी वर्ष 2000 में हुई थी। वह एमएससी तक पढ़ी है। वो कहीं जॉब नहीं करती। तीन साल पहले वो सिंगापुर से कानपुर कुछ दिन के लिए आई थी। उन्होंने बताया कि वह 30-40 वर्षों से बर्रा-8 में ही रह रही हैं। उनका दामाद बहुत ही काबिल इंसान है। वो कुछ गलत नहीं कर सकता, जो कुछ भी हो रहा है, उन्हें कुछ नहीं पता।
कुल 6.50 करोड़ का संदिग्ध लेनदेन
मुंबई क्राइम ब्रांच के अनुसार अरविंद श्रीवास्तव के जरिये कुल 6.50 करोड़ रुपये का संदिग्ध लेनदेन हुआ है। इसमें से करीब तीन करोड़ रुपये परिवारीजनों को भेजे गए हैं। पत्नी और पिता के खातों में भेजी गई रकम का लिंक तो मिल गया, लेकिन अन्य खातों में भेजी गई रकम की पड़ताल की जा रही है।
हर्षिता के खाते की साल दर साल स्थिति
वर्ष 2008 के अंत में 56 हजार
वर्ष 2009 के अंत में 70 हजार
वर्ष 2010 के अंत में 71 हजार
वर्ष 2011 के अंत में 73 हजार
वर्ष 2012 के अंत में 1.61 लाख
वर्ष 2013 के अंत में 59 हजार
वर्ष 2014 के अंत में 85 हजार
वर्ष 2015 के अंत में 87 हजार
वर्ष 2016 के अंत में 1.38 लाख
वर्ष 2017 के अंत में 1.47 लाख
वर्ष 2018 के अंत में तीन लाख
वर्ष 2019 के अंत में 11 लाख
वर्ष 2020 के अंत में 1.45 करोड़
फरवरी 2021 में 2.33 करोड़