राजस्थान: पत्नी ने कुल्हाड़ी से की पति की हत्या, नाबालिग बच्चों की मदद से शव को खेत में लगाया ठिकाने
एक महिला ने कुल्हाड़ी से हमला कर पति की हत्या करने के बाद नाबालिग बच्चों की मदद से उसका शव ठिकाने लगा दिया। घटना के एक महीने बाद इसका पता चला तो पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपित पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।
उदयपुर: जिले के परसाद क्षेत्र से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिसमें एक महिला ने कुल्हाड़ी से हमला कर पति की हत्या करने के बाद नाबालिग बच्चों की मदद से उसका शव ठिकाने लगा दिया। घटना के एक महीने बाद इसका पता चला तो पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपित पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।
खेत से आ रही थी तेज बदबू
जावरमाइंस थानाधिकारी अनिल विश्नोई ने बताया कि परसाद क्षेत्र के खरबर ए फलां गांव का रूपलाल (49) पुत्र भीमा मीणा पिछले एक महीने से लापता था। उसके भाई हरीश मीणा ने उसके लापता होने का मामला दर्ज कराया था। पुलिस और परिवार के लोग उसकी तलाश कर रहे थे। इसी बीच रूपलाल के घर के बीस फीट दूर खेत की पाल के पास तेज बदबू आने पर परिजनों ने पुलिस को शिकायत की थी। जिस पर पुलिस मोके पर पहुंची।
खेत से बरामद हुआ खोपड़ी और कंकाल
बताया गया कि खेत की पाली के पत्थरों के नीचे किसी मनुष्य की खोपड़ी और कंकाल की हड्डियां बरामद हुई। जैसे ही नर कंकाल बाहर निकाला गया तो रूपलाल की पत्नी शारदा भाग निकली। इससे उस पर शक गहराया और उसकी तलाश कर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
शुरूआत में उसने जानकारी देने से इंकार कर दिया लेकिन जब कड़ाई बरती तो उसने कबूल कर लिया कि नर कंकाल उसके पति का है और उसी ने अपने पति की हत्या के बाद शव ठिकाने लगाया था। यह वारदात किस दिन की थी, वह नहीं बताई लेकिन मृतक के भाई हरीश ने बताया कि पांच दिसम्बर को उसने अपने भाई को अंतिम बार देखा था।
पति के रोजाना शराब पीकर झगड़ा करने से थी परेशान
बीस-पच्चीस दिन तक उसकी तलाश जारी रखने के बाद उसने एक जनवरी को उसके लापता होने का मामला दर्ज कराया था। आरोपित पत्नी शारदा ने बताया कि वह अपने पति के रोजाना शराब पीकर आने के बाद झगड़ा तथा मारपीट करने से परेशान थी।
घटना वाले दिन भी रूपलाल जमकर शराब पीकर आया था और आते ही विवाद करने लगा था। इस पर उसने आवेश में आकर अपने पति पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया, जिससे मौत हो गई। बाद में उसने अपने पति की लाश को ठिकाने लगाने के लिए अपने दोनों नाबालिग बेटों की मदद ली और पास ही खेत की पाल पर रात में खड्डा खोद कर शव दफना दिया, ताकि किसी को पता ना चले।