बिलखते हुए कन्हैयालाल की पत्नी बोली- 'आरोपियों को फांसी दो, नहीं तो ये लोग कल किसी और को मार देंगे'
कन्हैयालाल का शव निकलने के दौरान उनकी पत्नी ओर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल दिखा। कन्हैयालाल साहू की पत्नी ने कहा, 'आरोपियों को फांसी दो, आज उसने हमें मारा है, कल दूसरों को मारेगा।'
उदयपुर हत्याकांड में जान गंवाने वाले दर्जी कन्हैयालाल के अंतिम संस्कार में भारी संख्या में लोग जुटे। भारी पुलिस सुरक्षा के बीच कन्हैयालाल के अंतिम संस्कार का इंतजाम किया गया। कन्हैयालाल का शव निकलने के दौरान उनकी पत्नी ओर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल दिखा। कन्हैयालाल साहू की पत्नी ने कहा, 'आरोपियों को फांसी दो, आज उसने हमें मारा है, कल दूसरों को मारेगा।'
कन्हैयालाल की भांजी ने कहा कि हमारे घर से मामा जी को आज मारा गया है, कल किसी और के घर से मारा जाएगा। इसलिए आरोपी को हर हाल में फांसी की सजा होनी चाहिए। एक अन्य परिजन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अगर आरोपी को तत्काल सख्त सजा नहीं मिली तो लोगों की हिम्मत बढ़ जाएगी। आरोपी को ऐसी सजा दी जाए जिसके बाद किसी की हिम्मत ना हो कि वह ऐसी वारदात को अंजाम दे। राजस्थान के खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग की है।
बता दें उदयपुर में मंगलवार को दो मुस्लिम युवकों ने एक दर्जी कन्हैया लाल की उसकी दुकान में नृशंस हत्या के बाद शहर के सात थाना क्षेत्रों में लगाया गया कर्फ्यू बुधवार को जारी रहा। पुलिस ने बताया कि कन्हैयालाल का शव करीब 7 घंटे के बाद मंगलवार शाम को घटनास्थल शव का पोस्टमार्टम राजकीय जिला अस्पताल के शवगृह में किया जा रहा है। उदयपुर में पुलिस की व्यापक तैनाती की गई है। स्थिति को देखते हुए राज्य के सभी 33 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित किया गया है।
वहीं प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने उदयपुर के पुलिस अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाही मांग की है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक को घटना को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए था और इसमें उनको स्वयं को शामिल होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि केवल किसी पुलिसकर्मी को निलंबित कर पुलिस इस समस्या का समाधान नहीं कर सकेगी। उदयपुर में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि कन्हैया लाल के पुलिस से बार-बार सुरक्षा की मांग करने के बावजूद उसे सुरक्षा नहीं दी गई और इसमें पुलिस के बड़े अफसर से लेकर के सब जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चाहें तो इसमें पुलिस अधीक्षक को जिम्मेदार बनाएं।
अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर से बुधवार को जयपुर पहुंच गये। वह यहां कानून-व्यवस्था को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक करेंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार को विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने के लिये जोधपुर गये थे और उनका बृहस्पतिवार को वापस जयपुर आने का कार्यक्रम प्रस्तावित था।