Congress Chintan Shivir 2022: नव संकल्प शिविर का आज से आगाज, सुबह करीब 11 बजे पहुंची सोनिया गांधी
आज से कांग्रेस के चिंतन शिविर की शुरुआत होने जा रही है। पार्टी के तमाम बड़े नेताओं को यहां पहुंचने का सिलसिला जारी है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सुबह करीब 11 बजे प्लेन से यहां पहुंची। इससे पहले राहुल-प्रियंका गांधी शिविर में शामिल में होने के लिए पहुंच गए हैं।
उदयपुर: झीलों की नगरी कहे जाने वाले उदयपुर में आज से कांग्रेस के चिंतन शिविर की शुरुआत होने जा रही है। पार्टी के तमाम बड़े नेताओं को यहां पहुंचने का सिलसिला जारी है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सुबह करीब 11 बजे प्लेन से यहां पहुंची। इससे पहले राहुल-प्रियंका गांधी शिविर में शामिल में होने के लिए पहुंच गए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम भी यहां जल्द ही पहुंच सकते हैं।
शुक्रवार सुबह ट्रेन से पहुंचे राहुल गांधी का राजस्थानी अंदाज में उनका स्टेशन पर स्वागत हुआ। राहुल गांधी के साथ दिल्ली से कई बड़े नेता भी ट्रेन से ही आए हैं। सभी नेता बस से होटल ताज अरावली के लिए रवाना हुए हैं। प्रियंका गांधी भी होटल पहुंच चुकी हैं।
तीन दिन चलने वाले इस शिविर में देश की सबसे पुरानी पार्टी का भविष्य तय होगा। कांग्रेस से जुड़े विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि यह शिविर अब तक हुए आम शिविरों की तरह नहीं है। शिविर की शुरुआत दोपहर तीन बजे से ग्रुप डिस्कशन के साथ होगी। इससे पहले दोपहर 2 बजे सोनिया गांधी वेलकम स्पीच देंगी।
कांग्रेस ने पिछले कुछ वर्षों में अपने प्रदर्शन को देखते हुए यह तय किया है कि अगर अब भी पार्टी को मजबूत नहीं किया गया तो देर हो जाएगी। ऐसे में इस शिविर में कई बड़े अहम, कड़े और चौंकाने वाले निर्णय हो सकते हैं। इसमें संगठन से लेकर नेतृत्व और नीति तक सबकुछ शामिल है। माना जा रहा है कि नव संकल्प नाम की ही तर्ज पर इस शिविर के बाद एक नई कांग्रेस देखने को मिल सकती है। शिविर में कुछ इस तरह के कड़े निर्णय भी लिए जा सकते हैं जिससे शायद कांग्रेस में सभी खुश ना हो।
शिविर में नेतृत्व को लेकर सैद्धांतिक सहमतियां हो सकती हैं
इस वक्त कांग्रेस के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द नेतृत्व है। कांग्रेस में लगातार नेतृत्व को लेकर सवाल उठते रहे हैं। कई वरिष्ठ नेता पार्टी की जिम्मेदारी गैर-गांधी को देने की वकालत कर चुके हैं। वहीं कईयों का मानना है कि नेता गांधी परिवार से ही होना चाहिए। गांधी परिवार में भी सोनिया और राहुल को लेकर भी कांग्रेस बंटी नजर आती है। ऐसे में इस शिविर में नेतृत्व को लेकर सैद्धांतिक सहमतियां हो सकती हैं।
संगठन
कांग्रेस संगठन पिछले कुछ समय में काफी कमजोर हुआ है। लगातार नेताओं का पार्टी छोड़कर जाना, अंदरूनी गुटबाजी, अविश्वास सहित कई खामियां हैं। ऐसे में इन खामियों को दूर करने को लेकर महत्वपूर्ण और कड़े निर्णय कांग्रेस ले सकती है। शिविर के बाद कांग्रेस संगठन का अंदरूनी ढांचा पूरी तरह बदल सकता है।
नीतियां
अपनी नीतियों को लेकर भी कांग्रेस पिछले कुछ समय में अस्पष्ट नजर आई है। ऐसे में चर्चा है कि कांग्रेस लोगों के बीच खुद को स्थापित करने के लिए अपनी मूल विचारधारा और एजेंडे पर लौट सकती है। ऐसे में आने वाले चुनावों में अपनी नीतियों को लेकर भी कांग्रेस इस शिविर में अहम निर्णय ले सकती है।
जनता में विश्वास
देश के आर्थिक, सामाजिक हालातों पर कांग्रेस लगातार बीजेपी को तो घेरती है। मगर उसका रिजल्ट चुनावों में वोट के रूप में कांग्रेस को नहीं मिलता है। ऐसे में देश के वर्तमान माहौल को देखते हुए कैसे जनता के बीच विश्वास बनाया जा सकता है। उसे लेकर अहम निर्णय होंगे। खासतौर से महिला, युवा, किसान, दलित और आदिवासी वोटर्स को लेकर अहम निर्णय पारित हो सकते हैं।
शिविर को लेकर तमाम बैठकें ताज अरावली
शिविर में तीन अहम ग्रुप डिस्कशन, 6 स्पेशल कमेटियों की बैठक और सीडब्ल्यूसी की अहम बैठक होगी। कांग्रेस के 400 से ज्यादा नेता इसमें शमिल होंगे। इनमें दाे मुख्यमंत्री सहित सीडब्लयूसी के तमाम सदस्य, एआईसीसी के सदस्य सहित तमाम बड़े नेता शामिल होंगे।
राहुल गांधी के साथ लगभग 754 नेता ट्रेन से पहुंचे
कांग्रेस के 150 से ज्यादा नेता गुरुवार को उदयपुर पहुंच गए। इनमें शशि थरूर, केसी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला, मल्लिकार्जुन खड़गे, सचिन पायलट सहित सहित कई नेता शामिल हैं। वहीं राहुल गांधी, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, अविनाश पांडे सहित लगभग 75 नेता ट्रेन से दिल्ली से मेवाड़ एक्सप्रैस से उदयपुर पहुंचे। वहीं सोनिया और प्रियंका गांधी अपने विशेष विमान से ही शुक्रवार सुबह उदयपुर पहुंचे हैं।
4 होटल्स में स्टे
चिंतन शिविर के लिए 4 होटल्स ताज अरावली, अनंता रिसोर्ट, ऑरिका लैमन ट्री और रेडिसन ब्लू में नेताओं को रुकवाया गया है। राहुल, सोनिया और प्रियंका गांधी सहित तमाम वरिष्ठ नेता ताज अरावली में रुके हैं। सचिन पायलट भी ताज में ही रुके हैं। नेताओं के लिए एयरपोर्ट पर खास वैलकम किया जा रहा है। वहीं होटल्स में 9 राज्यों से शैफ बुलवाकर खास तरह की डिशेज नेताओं के लिए तैयार करवाई जा रही है।