आर्यन खान ड्रग केस: एनसीबी अफसर समीर वानखेड़े को राहत, गिरफ्तारी से पहले 3 दिन का नोटिस
समीर वानखेड़े ने मुंबई पुलिस की जांच के खिलाफ कोर्ट में अर्जी दी है। वानखेड़े का कहने है कि महाराष्ट्र की राज्य सरकार उनपर व्यक्तिगत हमले करा रहे हैं।
एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने मुंबई पुलिस की जांच के खिलाफ कोर्ट में अर्जी दी है। उन्होंने अपनी याचिका में कहा है कि महाराष्ट्र की राज्य सरकार उनपर व्यक्तिगत हमले करा रहे हैं। अगर कोई जांच होनी है तो उसे सीबीआई करे।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने गुरुवार को वानखेड़े की गिरफ्तारी से अंतरिम सुरक्षा की मांग वाली याचिका का निपटारा कर दिया। कोर्ट ने वानखेड़े को आश्वासन दिया है, कि मुंबई पुलिस उन्हें गिरफतार करने से 3 दिन पहले नोटिस देगी।
वानखेड़े ने बॉम्बे हाईकोर्ट से कहा, "राज्य द्वारा मुझ पर व्यक्तिगत रूप से हमला किया जा रहा है। मेरी आशंका यह है कि राज्य मुझे किसी भी दिन गिरफ्तार कर लेगा। मैं कोई जबरदस्ती राहत के रूप में अंतरिम सुरक्षा चाहता हूं।"
वानखेड़े ने मामले की जांच सीबीआई या किसी केंद्रीय एजेंसी को हस्तांतरित करने की भी मांग की और कहा "मैं कोई ड्रग पेडलर नहीं हूं। मैं एक जोनल डायरेक्टर हूं। सीबीआई या एनआईए को जांच करे। इस धारा को विशेष रूप से केंद्र सरकार के अधिकारी की सुरक्षा की आवश्यकता है। कानून की आवश्यकता है कि अदालत कदम उठाए और मेरी रक्षा करे नही तो मेरा अधिकारों का उल्लंघन होने की संभावना है।"
हाई-प्रोफाइल क्रूज ड्रग्स मामले में जबरन वसूली के आरोपों के बाद समीर वानखेड़े एक राजनीतिक तूफान की नजर में हैं, जिसमें अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया था। अधिकारी विभागीय सतर्कता जांच का सामना कर रहे हैं।