यूक्रेन में शामिल हुआ तालिमनाडु का युवक, इंडियन आर्मी ज्वाइन करने का था सपना
यूक्रेन की मदद के लिए कई देशों के युवक यूक्रेनी सेना में शामिल हो रहे हैं. इस बीच भारत के तमिलनाडु का एक युवक रूस के खिलाफ जंग के मैदान में उतरा है.
रूस के यूक्रेन पर हमले (Russia Ukraine War) लगातार जारी हैं. यूक्रेन की मदद के लिए कई देशों के युवक यूक्रेनी सेना में शामिल हो रहे हैं. इस बीच भारत के तमिलनाडु का एक युवक रूस के खिलाफ जंग के मैदान में उतरा है. ख़बरों के मुताबिक इस युवक ने यूक्रेन की सेना को जॉइन कर लिया है. खास बात ये है कि इस भारतीय युवक ने इंडियन आर्मी में शामिल होने के लिए कई बार प्रयास किया और आर्मी के कई एंट्रेंस टेस्ट भी दिए, लेकिन उसका सेलेक्शन नहीं हो सका.
भारतीय सेना में दो बार किया आवेदन
इंडिया टुडे के मुताबिक 21 वर्षीय इस युवक का नाम सैनीकेश रविचंद्रन है. सैनीकेश तमिलनाडु के कोयंबटूर (Coimbatore) के रहने वाले हैं. जब भारतीय अधिकारियों को ये पता चला कि सैनीकेश ने रूस के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए यूक्रेन की सेना जॉइन कर ली है, तो उन्होंने सैनीकेश के माता-पिता से पूछताछ की. इस पूछताछ में पता चला कि सैनीकेश रविचंद्रन पहले भारतीय सेना में शामिल होने के लिए परीक्षा दे चुके हैं, लेकिन असफल रहे. इसके अलावा उन्होंने चेन्नई में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास से भी यह जानने के लिए संपर्क किया कि क्या वह अमेरिकी सेना में शामिल हो सकते हैं. वहां से भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी.
भारतीय और अमेरिकी सेना में शामिल ना हो पाने के बाद सैनीकेश रविचंद्रन ने 2018 में यूक्रेन के खारकीव में नेशनल एयरोस्पेस यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया. उनके माता-पिता के मुताबिक जुलाई 2022 में रविचंद्रन का कोर्स पूरा होने वाला था. परिवार वालों ने ये भी बताया कि रूस के यूक्रेन पर हमले के कारण उनका रविचंद्रन से संपर्क टूट गया था, जिसके बाद उन्होंने भारतीय दूतावास से मदद मांगी जिसके बाद उनकी रविचंद्रन से बात हुई. परिजनों के मुताबिक इस बातचीत के दौरान ही सैनीकेश रविचंद्रन ने उन्हें यूक्रेनी सेना में शामिल होने की जानकारी दी.
बता दें, रूस के हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने विदेशी सैनिकों और नागरिकों की एक अंतरराष्ट्रीय यूनिट के गठन की घोषणा की थी. उन्होंने यह फैसला अन्य देशों के नागरिकों के युद्ध में उतरने की इच्छा को देखते हुए लिया था. यूक्रेन की तरफ से लड़ने के लिए बड़ी तादाद में अन्य देशों के नागरिक सामने आ रहे हैं. अभी तक कई रिटायर्ड अमेरिकी और ब्रिटिश फौजी यूक्रेन पहुंच चुके हैं. पिछले हफ्ते करीब तीन हजार अमेरिकियों ने जेलेंस्की द्वारा गठित की गई अंतरराष्ट्रीय फौज में शामिल होने के लिए आवेदन किया था.